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नागौर-खींवसर विधानसभा उपचुनाव के लिए 25 अक्टूबर तक भरे गए नामांकन पत्रों की सोमवार को जांच की गई, जिसमें पूर्व आईपीएस अधिकारीसवाईसिंह चौधरी का नामांकन खारिज कर दिया गया। सवाईसिंह के साथ एक अन्य प्रत्याशी धर्मपाल का भी नामांकन खारिज कर दिया गया।
जिला निर्वाचन अधिकारी अरुण कुमार पुरोहित ने बताया कि जांच में 13 उम्मीदवारों के 16 नामांकन पत्र सही पाए गए। इनमें भारतीय जनता पार्टी से रेवंतराम, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से रतन चौधरी, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी से कनिका, राष्ट्रीय जनमंडल पार्टी से किशनाराम, भारत रक्षक पार्टी (डेमोक्रेटिक) से भीमरतन एवं निर्दलीय प्रत्याशी जगदीश, ओमप्रकाश, जेताराम, नेमीचंद, राजकुमार, जगदीश प्रसाद, राकेश व रामबाबू के आवेदन सही पाए गए हैं। वहीं सवाईसिंह चौधरी व धर्मपाल के आवेदन खारिज कर दिए गए। दरअसल, सवाईसिंह चौधरी ने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से तथा धर्मपाल ने भारत रक्षक पार्टी से नामांकन भरा था, लेकिन दोनों के संबंधित पार्टी की ओर से सिंबल जमा नहीं कराए जाने के कारण नामांकन पत्र खारिज कर दिया गया। सवाईसिंह की पत्नी डॉ. रतन चौधरी कांग्रेस से प्रत्याशी है। नामांकन भरते समय सवाईसिंह चौधरी ने एहतिहात के तौर पर कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर नामांकन भरा था। नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि 30 अक्टूबर है। 13 नवम्बर को मतदान होगा तथा मतगणना 23 नवम्बर को होगी।
नामांकन नहीं उठाने पर जान से मारने की धमकी
खींवसर. एक निर्दलीय उम्मीदवार के चुनाव मैदान में उतरने पर उसके पुत्र के साथ मारपीट करने व नामांकन नहीं उठाने पर पिता को जान से मारने की धमकी देने पर उम्मीदवार के पुत्र ने खींवसर पुलिस थाने में परिवाद दिया है। पुलिस ने मामला में रपट डालकर जांच कर रही है।पुलिस के अनुसार देऊ हाल खींवसर निवासी अजय पुत्र जगदीश सुथार ने पुलिस थाने में रिपोर्ट देकर बताया कि उसकी खींवसर में घड़ी की दुकान है। वहां रविवार शाम को भाकरोद निवासी दिनेश फिड़ौदा आया और उसके साथ मारपीट करने लगा उसने धमकाया कि उसके पिता की विधानसभा उप चुनाव में नामांकन भरने की हिम्मत कैसे हुई। जब उसे कहा कि राजनीति से उसका कोई लेना देना नहीं तो भी दिनेश ने उसके साथ मारपीट की तथा गालियां निकाली। जाते वक्त आरोपी ने उसे तथा उसके पिता जगदीश को नामांकन नहीं उठाने पर जान से मारने की धमकी दी है।