
PALI SIROHI ONLINE
नागाणी-अनादरा थाना क्षेत्र के बुरारी खेड़ा में जातीय पंचायत के नाम पर एक परिवार को समाज से बाहर करने और हुका-पानी बंद करने का मामला सामने आया है। एसपी अनिल कुमार को सौंपे परिवाद में बुरारी खेड़ा के जोधाराम पुत्र निवाराम देवासी ने बताया कि वह परिवार के साथ पशुपालन के लिए गुजरात में रहते हैं। डेढ़ से दो माह पहले तेलपीखेड़ा निवासी भबुताराम पुत्र पाताराम देवासी ने आत्महत्या कर ली। गुजरात पुलिस ने आत्महत्या मानते हुए मामला बंद कर दिया।
1 जून को जोधाराम की मां सजना देवी की हार्ट अटैक से मौत हो गई। भबुताराम के पिता पाताराम, भाई शंकरलाल और कालूराम, काका मगाराम और खेताराम, काकाई भाई भानाराम पुत्र मगाजी और चेलाराम पुत्र खेताराम ने समाज के पंचों को बुलाकर जोधाराम के परिवार पर झूठा आरोप लगाया कि उन्होंने भबुताराम की हत्या की। तेलपीखेड़ा निवासी पंचों ने भबुताराम के परिजनों से मिलकर पंचायत की और मेरे परिवार को समाज से बाहर कर हुका-पानी बंद कर दिया। पंचों पर मुकदमा दर्ज किया जाए। परिवार को सुरक्षा मिले जिससे मां की कोण कर सकूं।
मामले की जांच के बाद कार्रवाई होगी: एसपी पीड़ित जोधाराम ने एसपी को सौंप
परिवाद में पंचों पर आरोप लगाया की मां के अंतिम संस्कार के समय भबुताराम के परिजन और पंचों ने डायाराम पुत्र मोतीराम और नेतीराम पुत्र केदाराम को उनके घर भेजा। उन्होंने कहा कि यदि सामाजिक रीति-रिवाज से मेर (कोण) करनी है तो पहले 20 लाख रुपए, दो समय का भोजन और पंचों के अमल का खर्च देना होगा। जोधाराम ने इतनी राशि देने में असमर्थता जताई और हाथ जोड़कर विनती की, तो उन्हें धमकाया कि बिना पैसे और खर्च दिए कुछ नहीं होगा। तब तक कोई उनके घर नहीं आएगा और न ही वे किसी को बुला सकते हैं। एसपी अनिल कुमार ने बताया कि बुरारी खेड़ा गांव के पीड़ित परिवार ने परिवाद दिया है। मामले की जांच कर आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज होगा।


