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गिरीश व्यास बेडा
बाली। उपखण्ड के नाना थाना क्षेत्र के मोरी बेड़ा स्टेशन पर बेड़ा सहित 15 पंचायतो के ग्रामीणों ने उत्तर पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक के नाम दिए ज्ञापन मे बताया की कि कोरोना महामारी से पहले मारवाड़ जंक्शन से आबुरोड़ रेल खंड के मध्य दो पैसेंजर ट्रेनें संचालित की जाती थीं। इन ट्रेनों के माध्यम से क्षेत्र के लोगों को अच्छी यात्री सुविधा मिलती थी और रेल राजस्व में भी वृद्धि होती थी।
कोरोना महामारी के बाद जब ट्रेनों का पुनः संचालन प्रारंभ हुआ, तो ट्रेन जयपुर साबरमती को एक्सप्रेस में परिवर्तित कर नई ट्रेन संख्या देकर मारवाड़ जंक्शन जयपुर के मध्य संचालित किया जा रहा है। इससे मारवाड़ जंक्शन से आबुरोड़ के मध्य के रेल स्टेशनों के उपभोक्ताओं को भारी परेशानी हो रही है।
स्थानीय निवासियों ने मांग की है कि ट्रेन संख्या 19735/19736 को पुनः पूर्व की तरह जयपुर साबरमती जयपुर तक बढ़ाया जाए। इससे यात्री भार बढ़ेगा और छोटे रोड स्टेशन के रेल उपभोक्ताओं को यात्री सुविधा मिलेगी।
मोरीबेड़ा स्टेशन पर अरावली एक्सप्रेस का ठहराव:
ग्रामीनो ने मोरीबेड़ा स्टेशन पर अरावली एक्सप्रेस के ठहराव की भी मांग की है। उनका कहना है कि कोरोना महामारी से पहले मोरीबेड़ा स्टेशन पर ट्रेनों का ठहराव होता था, लेकिन कोरोना के बाद से यह ठहराव बंद हो गया है, जो अभी तक पुनः संचालित नहीं हो पाया है।
स्थानीय निवासियों ने मांग की है कि मोरीबेड़ा स्टेशन पर अरावली एक्सप्रेस के अप-डाउन का ठहराव पुनः शुरू किया जाए, जिससे मोरीबेड़ा के निवासियों को रेल सुविधा का लाभ मिल सके।
मोरीबेड़ा स्टेशन बेड़ा सहित 50 गांव का केंद्र बिंदु है। इसके बंद होने से मोरीबेड़ा पूरी तरह वीरान हो गया है। यह क्षेत्र तीर्थ स्थल और जैविक क्षेत्र के लिए भी महत्वपूर्ण है। स्थानीय निवासियों ने मांग की है कि लोकल ट्रेन का विस्तार किया जाए और अरावली एक्सप्रेस का ठहराव मोरीबेड़ा स्टेशन पर पुनः शुरू किया जाए। ग्रामीण सलीम खान ने बताया कि लोकल पेसेंजर गाड़ी के बंद होने पर और अरावली एक्सप्रेश के बंद होने पर मोरी बेड़ा स्टेशन पूरी तरह वीरान हो गया है यह कभी एक समय गुलजार था यात्रियों की चहल पहल बनी रहती थी अभी यात्रियों को जवाई बांध या फ़ालना जाना पड़ता हैं समय के साथ जेब पर अतिरिक्त भार पड़ रहा हैं,ग्रामीण रतन सिंह देवड़ा ने बताया की लाखों करोड़ों रुपए खर्च करके स्टेशनों का नवीनीकरण किया गया है इससे बड़े स्टेशनों पर फर्क नहीं पड़ता है लेकिन छोटे स्टेशनों पर लोकल पेसेंजर जैसी गाड़ बंद होने पर गरीब जनता के साथ क्रूर मजाक किया गया है वही राजू माली ने बताया की मोरी बेड़ा जवाई पर्यटक का मुख्य बिंदु है यहां पर पर्यटकों का आवागमन हमेशा रहता हैं।
इस दौरान रतन सिंह राठौड़, हनुमान सिंह पंवार, महेन्द्र सिंह यादव, राम गोपाल कुमावत, सलीम खान, रमेश, राजु माली, कृष्णपाल सिंह सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण जनप्रतिनिधि माता बहने युवा मौजूद रहे।


