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खीमाराम मेवाडा
मंडला व सांगवाङा के दोनो रिश्तेदारो ने समाज में पेश की एक सकारात्मक पहल।
वधु पक्ष ने विवाह मे शराब व अन्य दुर्व्यसन का नही किया उपयोग तो दुल्हे ने 5 लाख का लौटाया टीका
तखतगढ 27 जनवरी;(खीमाराम मेवाडा) बदलते युग में आजकल हर समाज संगठनों मैं हो रही कुप्रथा को मिटाने का हर पल प्रयास जरूर किए जाते हैं। और शासन प्रशासन भी समय-समय पर व्याप्त कुरीतियों पर अंकुश लगाने के लिए भरचक प्रयास में है। की समाज में व्याप्त कुरीतियों को लेकर हम सभी चिंतित जरूर हैं। लेकिन हम सब की हिचकिचाहट हैं। कि इन कुरीतियों पर रोक के लिए शुरुआत कौन करे। हम सभी सुधार जरूर चाहते हैं। तो शुरुआत भी स्वयं को ही करनी पङेगी।
मंगलवार को ऐसा ही एक मामला सामने आया है। की मे मंडला व सांगवाङा के दोनो रिश्तेदारो ने समाज में व्याप्त कुरीतियों को जड़ से उखड़ते हुए एक अच्छी सकारात्मक पहल पेश की है। आपको बता दे की जालोर जिले के आहोर तहसील के गांव-मंडला निवासी पाबूसिंह जी पुत्र स्व. ठा. भीम सिंह बालोत ने अपनी बेटी वंशिकाराज (भावना बालोत) का 21जनवरी को संपन्न हुए विवाह महोत्सव में शराब व अन्य दुर्व्यसन का उपयोग नहीं करके एक अच्छी शुरूआत की और आपके रिश्तेदार सांगवाङा (सिरोही) निवासी हरिसिंह पुत्र स्व.केशरसिंह राणावत ने भी बिना अन्य कोई मांग किए रू. 5 लाख टिका राशि भी पुनः सुपुर्द की ! जिसमें दूल्हे युवराज सिंह राणावत का भी सहयोग का भी आचछा रहा। और दोनों रिश्तेदारो की आपसी समझाइश से ही यह संभव हो पाया। और सभी आगंतुक मेहमानों ने वर-वधु पक्ष की सराहना की और सुखद पहल बताया। ज्ञात रहे इनकी बेटी मधुक्षरा (अनिता बालोत) की 19अप्रैल 2018 को संपन्न हुई शादी में भी शराब का उपयोग नहीं किया गया था। पाबूसिंह मंडला वर्तमान में स्वयं विकास अधिकारी कार्यालय आहोर में कार्यरत हैं!

