PALI SIROHI ONLINE
पाली-पाली में 50 साल के जीजा पर उसकी 19 साल की साली को भगाकर ले जाने का आरोप लगाते हुए थाने में उसके साले ने रिपोर्ट दी। पुलिस ने पूछताछ के लिए बुलाया। जहां से घर आकर उसने फंदा लगाकर जान देने की कोशिश की।
आरोपी को इलाज के लिए पाली के बांगड़ हॉस्पिटल लाया गया। जहां उसका इलाज जारी है। आरोपी का कहना है कि पुलिसकर्मियों ने उसके साथ मारपीट की। इससे आहत होकर उसने यह कदम उठाया।
घटना पाली जिले के रानी थाना क्षेत्र की है। यहां एक गांव में रहने वाला 50 साल का आदित्य (बदला हुआ नाम) गुजरात में एक हॉस्टल में रसोइये का काम करता है। 27 अगस्त को वह गुजरात के लिए रवाना हुआ। उसी दिन उसकी 19 साल की साली घर से लापता हो गई।
आदित्य के साले ने रानी थाने में रिपोर्ट दी। इसमें अपने जीजा पर बहन को भगाकर ले जाने का आरोप लगाया। पुलिस ने कॉल कर आदित्य को थाने बुलाया तो वह 29 अगस्त को गुजरात से रवाना होकर रानी थाने पहुंचा। जहां से उसे नाडोल चौकी भेजा गया।
आदित्य का आरोप है कि पूछताछ के नाम पर कुछ पुलिसकर्मियों ने उसे नाडोल चौकी में बुरी तरह पीटा। इससे उसके हाथ-पैर में चोट आईं। जबकि उसने साफ तौर पर इनकार कर दिया था कि वह अपनी साली को भगाकर नहीं ले गया। साली बेटे की उम्र की है।
घर आकर किया सुसाइड का प्रयास
पुलिस की मारपीट और समाज में बदनामी होने से आहत होकर आदित्य ने घर आकर शुक्रवार को अपने कमरे में फंदा लगा लिया। समय रहते परिजन ने उसे बचा लिया और इलाज के लिए पाली के बांगड़ हॉस्पिटल लेकर पहुंचे। जहां उसका अभी भी इलाज जारी है। घटना की जानकारी मिलने पर रानी थाना पुलिस भी पाली पहुंची और आदित्य के बयान लिए।
पीड़ित बोला- साली को भगाकर नहीं ले गया
मामल में आदित्य ने कहा- छोटी साली बेटे की उम्र की है। वह उसे भगाकर नहीं ले गया। पुलिसकर्मियों ने उसकी बात नहीं मानी और मारपीट की। उसने बताया कि उसके 13 और 17 साल के दो बेटे हैं।
रानी SHO बोले-पीड़ित के बयान लिए
मामले में रानी SHO पन्नालाल ने कहा- घटना की जानकारी मिलने पर पाली के बांगड़ हॉस्पिटल पहुंच पीड़ित के बयान लिए। उसने बताया कि उस पर झूठा आरोप लगाया है। पुलिसकर्मियों ने नाडोल चौकी में उसके परिजनों के सामने उससे कड़ाई से पूछताछ की थी। इससे आहत होकर उसने यह कदम उठाया।