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खिवान्दी मे गेहलोत वंश माली समाज द्वारा निर्मित भव्य शिखरबंद श्री निम्बेश्वर महादेव मन्दिर पूर्ण रूप से तैयार
7 फरवरी को प्राण प्रतिष्ठा को लेकर 5 से 7 फरवरी तीन दिवसीय विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान होंगे आयोजित
तखतगढ 28 जनवरी;(खीमाराम मेवाडा) पाली जिले के सुमेरपुर उपखंड के मालीयो की वाडी स्थित खिवान्दी नगर की पावन धरा पर गहलोत वंश माली समाज द्वारा नव निर्मित तैयार शिखरबंद भव्य श्री निंबेश्वर महादेव मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा 7 फरवरी को होने जा रही है। जहा 5 फरवरी से 7 फरवरी तक तीन दिवसीय विशाल भजन संध्या के साथ विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान आयोजित होंगे। जिसको लेकर खिवान्दी नगर में जगह-जगह लाइट डेकोरेशन एवं टेंट व्यवस्था के साथ विभिन्न देवी देवताओं के देवालयों को जगमगाहट रोशनी से सजाने सहित तैयारी युध्द स्तर पर चल रही है। श्री निम्बेश्वर महादेव मन्दिर प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव समिति के अध्यक्ष डॉक्टर रुपाराम एवं प्रतिनिधि नेनाराम हंसराम ने बताया कि मालीयो की वाडी खिवान्दी नगर स्थित माली समाज द्वारा नवनिर्मित भव्य शिखरबंद श्री निंबेश्वर महादेव मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा 7 फरवरी को सूरजकुंड धाम कुंभलगढ़ के गादीपत्ती श्री श्री 1008 श्री अवधेश चैतन्य ब्रह्मचारी महाराज, जालौर के महंत श्री गंगानाथ की महाराज,धुमडा मठ के श्री राज भारती जी महाराज, आबू रोड के श्री प्रेमपुरी जी महाराज, निंबेश्वर महादेव गंगवेरी के महंत श्री उमा शंकर जी महाराज, जावाल के महंत श्री दिगम्बर ऊर्ध्वान हठ योगी गिरीजी महाराज, एवं गुरुवर श्री शिवरामदास जी सुमेरपुर के संत सानिध्य में आयोजित होगा। जिसमें 5 से 7 फरवरी तक तीन दिवसीय प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव को लेकर संपूर्ण तैयारी युद्ध स्तर पर चल रही है।
— 5 फरवरी को निकलेगी विशाल कलश यात्रा, उन्होंने बताया कि श्री निंबेश्वर महादेव मंदिर प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के प्रथम दिन 5 फरवरी प्रातः 9.00 बजे ), जल यात्रा, हाथी सवारी, घोडा सवारी, रथ सवारी, ऊँठ गाडी, भोलेनाथ की झांकी, साधु संत ढोल – नगाड़ो के साथ शोभा यात्रा निकाली जायेगी। मेहन्दी कार्यक्रम, रात्रि विशाल भजन संध्या होगी।– द्वितीय दिवस 6 फरवरी को सुबह 10:00 बजे महिला संगीत, बोलियो के लाभार्थी परिवार का बहुमान रात्रि भजन संध्या – तृतीय दिवस 7.फरवरी को प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम सुबह 8 बजकर 5 मिनट पर शुभ वेला में प्रारम्भ होगा। जिस मे प्रतिष्ठा के दिन मन्दिर में चढ़ावे वाले लाभार्थी को पुजा के कपड़े पहनकर ही प्रवेश करना है। और कोई भी काले कपड़े पहनकर न आवें। रात्रि भजन संध्या के बाद चर्तुथ दिवस 8 फरवरी को सुबह 7:30 बजे से, महिला संगीत के साथ
मन्दिर के पट् खुलने पर लाभार्थीओ द्वारा दर्शनो का लाभ लेंगे।
— यह है माली समाज के श्री निम्बेश्वर महादेव मन्दिर का
संक्षिप्त इतिहास, समिती प्रतिनिधियो ने बताया की श्री निम्बेश्वर महादेव मालीयो की वाडी खिवान्दी यह मन्दिर माली समाज गेहलोत वंश के कुलदेवता का प्राचीन काल के समय का मन्दिर है। यह मन्दिर प्राचीन काल के समय में माली समाज के गेहलोत परिवार के पुर्वजो के हाथो से मिट्टी से छोटा मन्दिर बनाया गया था। समय के अनुसार माली समाज के भाईयो के मन में जिज्ञासा हुई कि श्री निम्बेश्वर महादेव मन्दिर मालीयो की वाडी खिवान्दी का जिन्नोद्वार किया जाए। तब 10-1-2016 रविवार को माली समाज के गेहलोत परिवार के भाईयो की विशाल मिटिंग बुलाई गई उस मिटिंग में सभी भाईयों की, बडे बुजुर्गो की, 8 खुट के परिवार की सहमती से निर्णय लिया गया की इस मन्दिर का पुनः जिन्नोद्वार, पत्थर से शिखरबंद, 3 कलश का मन्दिर बनाने का निर्णय लिया गया। भोलेनाथजी के जयकारो के साथ पुराने मन्दिर का निमार्ण करने का शुभ मुर्हत निकाला गया तिस्कार का शुभ मुहुत 24-01-2016 रविवार माह सुद पुणिॅमा को किया गया। फिर मन्दिर के नीव खुदाई का मुहुत सभी भाईयो ने निकाला शुभ मुर्हत 25-02-2016 फागुण वद 3 गुरुवार को किया गया। फिर मन्दिर के नीव भरना (पाया) का मुर्हत 10-03-2016 फागुण सुद 2 गुरुवार को किया गया। जो 9 वषोॅ मे शिखरबंद मंदिर तैयार हो चुका है। मन्दिर में खिवान्दी माली समाज के गेहलोत परिवार के 8 खुटो के भाईयों के तन, मन धन के सहयोग से मन्दिर का निमार्ण किया गया