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खीमाराम मेवाडा तखतगढ
जवाईबांध का पानी-11000 आरडी पर 30 घंटे में 9 बीघा हो रही जमीन सिंचित, किसानों का आरोप गेज मेंटेन नहीं होने से किसानों के खेत हो रहे वंचित,
तखतगढ 4 नवंबर;(खीमाराम मेवाडा) पश्चिमी राजस्थान के सबसे बड़े 61.25 फिट भराव क्षमता वाले जवाई बांध से रबी की फसल 2024- 25 सिंचाई के लिए सोमवार दोपहर 3:15 बजे जल संसाधन विभाग के अधिकारियों एवं किसान प्रतिनिधियों द्वारा नहर खोलने के 48 घंटो बाद भी जंवाई की मुख्य वितरिकाओ सहित माइनरो में पर्याप्त गेज मेंटेन नही होने से किसानो के खेत सिंचित से वंचित रहते नजर आने लगे हैं।। जबकि इससे पूर्व बिटिया माइनर आरडी 23000 राइट के टेल के किसान जेठाराम कुमावत के खेत मे 5.2 बजे बाराबंदी शुरू हो गई लेकिन पानी नहीं पहुंचा। और बाराबंदी शुरू होने के 4 घंटे देरी से रात 9:10 पर पानी खेत मे पहुंच। जिससे 12 बीघा में मात्र दो बीघा जमीन सिंचित हुई।
जबकि पिछले वर्ष 4000 एमसीएफटी पानी से भी खेतो मे पर्याप्त रुप से सिचाई हुई थी। लेकिन इस बार तो 4400 एमसीएफटी से 22 -22 दिन की 4 पाण मिलने के उपरांत भी किसानों के खेत सिंचाई से वंचित होते जा रहे हैं। लेकिन जल संसाधन विभाग जंवाई खण्ड के अधिकारियो की उचित माॅनिट्ररिंग नही होने किसानो को सिंचाई से वंचित रहना पड रहा है। बुधवार को तखतगढ़ नहर के बलाना सरहद आरडी 11000 लेफ्ट के पाइप पर भी किसानों से रूबरू होने पर वास्तविक नहर का गेज मेंटेन नही होने से खालियो में पानी पर्याप्त मात्रा में नही पहुंच रहा है।
ओर बाराबंदी निकलती जा रही है। और पानी पुरा नही मिबने से किसान भी चिंतित नजर आ रहे है। किसानो का कहना है कि इस बार अच्छी बारिश से खेतो में अभी भी नमी बनी हुई है। फिर भी खेत गत वर्ष के मुकाबले कम सिंचित हो रहे है। लेकिन जल संसाधन विभाग के अधिकारियों से बात करने पर एक ही बात रटी जा रही है। हमारा गेज सही चल रहा है। बलाना किसान निवासी जालमसिंह ने बताया की नेहरो का गेज सही मेंटेन नहीं होने से 30 घंटो में मात्र 9 बीघा जमीन चिंतित हुई है। और यही स्थिति सभी पाइपों पर बनी हुई है। जो 4 वर्षों में पहली बार ऐसा हुआ है।
अधिशासी अभियंता गंगाराम सुथार ने बताया कि मैं चेक करवाता हूं