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जोधपुर -राजस्थान की उत्कर्ष कोचिंग पर तीसरे दिन शनिवार (4 जनवरी) को भी आयकर विभाग की कार्रवाई जारी रही। जोधपुर में तीसरे दिन चली कार्रवाई में करोड़ों रुपए के इन्वेस्टमेंट की जानकारी सामने आई है।
दरअसल, आयकर विभाग की टीम को उत्कर्ष कोचिंग और फिजिक्स वाला के बीच हुई 800 करोड़ की डील में टैक्स चोरी का पता चला था। इसके बाद से टीम लगातार उत्कर्ष कोचिंग से जुड़े ठिकानों पर सर्च कर रही है।
शनिवार को भी सर्च के दौरान डील से जुड़े डॉक्युमेंट और एनजीओ को करोड़ों रुपए की फंडिंग से जुड़ी जानकारी मिली है। वहीं टीम को उत्कर्ष कोचिंग संचाालक के मालिक निर्मल गहलोत के घर पर तलाशी के दौरान करीब साढ़े चार किलो सोने की ज्वेलरी और 15 लाख रुपए कैश मिले हैं।
एनजीओ को फंडिंग के जरिए पैसा घुमाया
सूत्रों के अनुसार तीसरे दिन चली कार्रवाई में करोड़ों रुपए के ट्रांजैक्शन की भी जानकारी सामने आई है। बताया जा रहा है कि उत्कर्ष कोचिंग समूह की ओर से करोड़ों रुपए की फंडिंग एनजीओ को की गई। एनजीओ को बार-बार फंडिंग कर यह पैसा प्रॉपर्टी में भी निवेश किया गया।
वहीं इस रेड के दौरान कब्जे में लिए इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स, कम्प्यूटर, लैपटॉप और मोबाइल समेत अन्य क्लोनिंग डिवाइस के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। आयकर विभाग के अधिकारियों की मानें तो टीम समूह के डेटा सर्वर तक पहुंच गई है, लेकिन बड़ी संख्या में टैक्स चोरी के फैक्ट को निकालना मुश्किल है इसलिए तीसरे दिन भी कार्रवाई की जा रही है।
उत्कर्ष और फिजिक्सवाला के बीच हुई डील के डॉक्युमेंट भी मिले
छापेमारी के साथ ही आयकर विभाग की टीम को समूह के निदेशक के घर व मुख्यालय में दस्तावेज भी मिले हैं। सूत्रों के अनुसार इनमें उत्कर्ष क्लासेज एंड एज्यूटेक प्राइवेट लिमिटेड और फिजिक्सवाला समूह के बीच हुई डील से जुड़े डॉक्युमेंट है। हालांकि, अब तक यह खुलासा नहीं हो पाया कि हकीकत में कितने प्रतिशत शेयर बेचे गए और इनके बदले में ऑन रिकॉर्ड के अलावा ऑफ रिकॉर्ड में भी कोई लेनदेन हुआ या नहीं और यदि हुआ है तो कितना व कैसे? आयकर विभाग के एक्सपर्ट समूह के यहां मिले इलेक्ट्रॉनिक एविडेंस में से ही इसका सुराग ढूंढने में जुटे हुए हैं।
देर रात तक कुछ ठिकानों पर कार्रवाई खत्म होने की संभावना
उल्लेखनीय है कि आयकर विभाग ने जोधपुर में 14 और जयपुर, प्रयागराज और इंदौर के एक-एक ठिकानों पर छापे मारे थे। इनमें से अधिकांश ठिकानों पर चल रही कार्रवाई शनिवार देर रात तक खत्म होने की संभावना जताई जा रही है। हालांकि, समूह के डायरेक्टर के घर और मुख्यालय पर कार्रवाई कुछ दिन और भी चल सकती है।
टीम को नहीं मिला था स्टूडेंट और उनकी फीस का डाटा विभागीय सूत्रों के अनुसार आयकर अधिकारियों की शुक्रवार को हुई प्रारंभिक छानबीन में पता चला है कि समूह ने बड़ी मात्रा में स्टूडेंट्स से नकद में ली फीस का कोई रिकॉर्ड नहीं दर्शाया। इतना ही नहीं, समूह के अनगिनत ऑनलाइन और ऑफलाइन क्लासेज-कोर्सेज में कुल कितने स्टूडेंट्स हैं, उनकी संख्या में भी गड़बड़ी की आशंका जताई जा रही है।