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जोधपुर-जोधपुर में विद्युत निगम ठेकाकर्मी की करंट से मौत के बाद धरने पर बैठे परिजन और समाज के लोगों ने मांगे मानने के बाद धरना समाप्त किया। ठेकाकर्मी मृतक के परिवार को 20 लाख रुपए मुआवजे के देगा और मृतक के परिवार में एक को संविदा पर नौकरी दी जाएगी।
बता दे कि जोधपुर विद्युत वितरण निगम के ठेकेकर्मी सुभाष विश्नोई की करंट लगने से मौत हो गई थी। परिजनों का कहना है कि सुभाष परिवार में एकमात्र कमाने वाले व्यक्ति थे और उनकी असमय मृत्यु से परिवार पर संकट आ गया है। ऐसे में परिवार आर्थिक मदद, सुभाष की पत्नी को सरकारी नौकरी और घटना के जिम्मेदार अधिकारियों को तुरंत निलंबित करने की मांग कर रहे है।
भाई की कोविड में हो चुकी थी मौत
सुभाष विश्नोई के परिवार में 7 और 8 साल की दो बेटियां व बुजुर्ग माता- पिता है। उसके बड़े भाई की कोविड में मौत हो गई थी। उसके परिवार की जिम्मेदारी भी सुभाष पर थी। ऐसे में लापरवाही के कारण सुभाष की मौत के बाद परिवार में कोई कमाने वाला नहीं बचा है। अब परिजन आर्थिक सहायता और सुभाष की पत्नी की सरकारी नौकरी की मांग कर रहे है। धरने पर जिला परिषद उप जिला प्रमुख विक्रम बिश्नोई, अखिल भारतीय विश्नोई महासभा के अध्यक्ष देवेंद्र बुडिया, जोलियाली सरपंच प्रतिनिधि पांचाराम विश्नोई और समाज के अन्य प्रमुख लोग उपस्थित थे।
इधर, डिस्कॉम के मुख्य प्रबंधक जयपुर में हैं। समाज के लोगों ने डिस्कॉम के तकनीकी अभियंता से मुलाकात की और समाधान की मांग की। मांग पूरी नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी। घेराव में शैतान राम, पूषाराम बेनीवाल, श्रवण बेनीवाल, रामप्रताप फौजी, बंशीलाल, किशनाराम विश्नोई, सुनील और अशोक समेत कई प्रबुद्धजन शामिल थे।