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जोधपुर-10 दिन पहले ही पॉक्सो एक्ट में एक कैदी को 20 साल की सजा मिली थी, इस पर उसने सेंट्रल जेल से सुबह 5 बजे लंगर के काम पर जाते समय भागने का प्रयास किया लेकिन सफल नहीं हो पाया और पकड़ा गया। कैदी कंबल व टॉवल से रस्सी बना दीवार पर चढ़ा, दो टॉवर के बीच कूदा, पर पकड़ा गया। कैदी जेल परिसर से बाहर निकलता उससे पहले ही उसे पकड़ लिया गया। उसके खिलाफ जेल प्रशासन ने रातानाडा थाने में मामला दर्ज करवाया है।
बंदी ने यह कारस्तानी उस समय की, जब उसे अलसुबह 5 बजे लांगरी में काम करने के लिए बाहर लाया गया था। तब बंदियों की गिनती की गई, जिसमें एक बंदी कम पाया गया। तब आनन-फानन में जेल प्रशासन ने तलाशी अभियान चलाया। सर्च के दौरान से जेल परिसर से ही पकड़ लिया गया। रातानाडा पुलिस ने हैड कांस्टेबल धर्माराम को जांच सौंपी है।
रातानाडा थाना प्रभारी एसआई भंवर सिंह ने बताया कि
जोधपुर सेंट्रल जेल के उपाधीक्षक ने रिपोर्ट दी। इसमें बताया कि ब्यावर के जैतारण स्थित रामावास कलां के रहने वाले बंदी महेंद्रराम पुत्र जोराराम उर्फ गोराराम को 10 दिन पहले ही पॉक्सो एक्ट के मामले में 20 साल कठोर कारावास की सजा सुनाई गई थी। इसके बाद उसे जोधपुर सेंट्रल जेल भेज दिया। इसके 11वें दिन सजायाफ्ता बंदी महेंद्रराम को अन्य 43 कैदियों के साथ शनिवार को सुबह 5 बजे काम के लिए लांगरी लाया गया। जहां पर गितनी में एक कैदी कम मिला। तब जैल प्रशासन ने सीसीटीवी कैमरे खंगाले। जिसमें मैन वॉल पर चढकर टॉवर संख्या एक व दो के बीच कैदी कूदता नजर आया। तब सजायफ्ता बंदी को पकड़ कर वापस जेल में डाला।
शनिवार सुबह 5 बजे बंदियों का खाना तैयार करने के लिए प्रहरी घेवरराम, हॉस्पिटल डयूटी प्रहरी सवाईराम, लंगर क्यूटी प्रहरी लक्ष्मण राम वार्ड संख्या 12 की बैरक संख्या 01 में निरुद्ध दंडित बंदियों को गिनती कर 44 बंदियों को लंगर में भिजवाया था। सभी बंदी लंगर में काम कर रहे थे। इसी दौरान लंगर ड्यूटी प्रहरी को एक बंदी कम पाया गया।
तब इंचार्ज को इसकी सूचना दी। और सभी लांगरी बंदियों की गिनती करवाई। इसमें 43 बंदी ही पाए गए। तब छतरी प्रहरी ने एक बंदी के कम होने की सूचना पूरे जेल प्रशासन को दी। अलर्ट संदेश मिलते ही टावर संख्या 5 पर है तैनात आरएसी कर्मचारी जयदेव सिंह को जेल परिसर में टावर संख्या 5 व 6 के बीच एक संदिग्ध व्यक्ति घूमता नजर आया। जिसे पकड़कर तुरंत उच्च अधिकारियों को अवगत करवाया।
12 नवंबर को सजा मिली, 13 को जेल आया
जानकारी के मुताबिक ब्यावर के जैतारण स्थित रामावास कलां के रहने वाले दंडित बंदी महेंद्रराम पुत्र जोराराम उर्फ गोराराम को पॉक्सो के मामले में विशिष्ठ न्यायाधीश पॉक्सो एक्ट संख्या 02 ने 12 नवंबर को 20 साल की कठोर कारावास 60 हजार अदम अदायगी या 6 माह के कारावास की सजा सुनाई गई थी। 13 नवंबर को सेंट्रल जेल में आरोपी को दाखिल किया गया। 23 नवंबर को दंडित बंदी ने सेंट्रल जेल से भागने का प्रयास किया।
मेन वॉल पर चढ़कर नीचे कूदा
महेंद्रराम अपने साथ कंबल और टॉवल लेकर गया था। जिसकी मदद से वह पहले वार्ड 12 व हॉस्पिटल वार्ड के पीछे की तरफ वार्ड की दीवार पर चढ़ा। इसके बाद वह मेन वॉल पर चढ़कर टावर संख्या 1 व 2 के बीच कूदता हुआ नजर आया।