PALI SIROHI ONLINE
जोधपुर-इंद्रा कॉलोनी प्रतापनगर निवासी महेंद्र कुमार राठौड़ (26) की अफ्रीका के किंशासा डीआर कांगो में मौत हो गई। परिवार को देह का इंतजार है। महेंद्र के भाई मनीष ने बताया मृतक महेंद्र 15 महीने पहले, 25 जुलाई 23 को काम के सिलसिले में मुंबई होकर अफ्रीकी देश के किंशासा डीआर कांगो शहर में काम के लिए गया था। वह वहां पर शिव शक्ति सरल कंपनी में सेल्स एग्जीक्यूटिव के तौर पर काम करने लगा। उससे
मनीष ने बताया कि परिवार में माता-पिता, मैं, पत्नी और छोटा भाई है। हम सभी प्राइवेट काम करते हैं। परिवार में किसी के पास पासपोर्ट नहीं है, जो वहां जाकर बॉडी ला सकें। ना ही इतने पैसे हैं कि टिकट करवा सकें। इसलिए सरकार से मदद के लिए गुहार लगा रहे हैं कि मेरे भाई की बॉडी को जोधपुर लाने में मदद करें।
लगातार बातचीत होती थी। कुछ दिन पहले उसकी कंपनी के सदस्य का फोन आया कि उसकी तबीयत खराब है। अपेंडिक्स का ऑपरेशन किया जाएगा। उसे अस्पताल में भर्ती किया है। शनिवार दिन के समय एक बार बात हुई तो उन्होंने कहा कि तबीयत में सुधार है। देर रात करीब 1:55 बजे फोन आया, जिसमें बताया कि अस्पताल से बोल रहे हैं। आपके परिवार के सदस्य महेंद्र की मौत हो गई है। भाई जिस कंपनी में काम कर रहा था, सुबह उसके मालिक गिरिश वाधवानी का फोन आया। उन्होंने कहा कि महेंद्र की डेथ हो गई है। उसका अंतिम संस्कार यहीं करवा लो। मैंने बॉडी जोधपुर भेजने को कहा। इस पर वो डराने लगे कि 24-25 दिन लग जाएंगे। यहां कई गंभीर बीमारियां हैं। हमें शक है कि भाई के साथ कुछ गलत हुआ है। सरकार हस्तक्षेप कर मुझे मेरे भाई की बॉडी दिलाए