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झालावाड़ के मंडावर थाना इलाके में सोमवार सुबह हुए बिल्डिंग मेटेरियल कारोबारी सुरेन्द्र मेवाड़ा की हत्या का पुलिस ने 36 घंटे में खुलासा कर दिया। पुलिस ने इस मामले में मंगलवार को तीन मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया, जबकि उनके दो अन्य साथी फरार है। यह वारदात पिछले दिन मुख्य आरोपी ललित स्वामी ने अपने साथ हुई मारपीट से तिलमिलाकर बदला लेने के लिए की थी।
पुलिस अधीक्षक ऋचा तोमर ने पत्रकारों को बताया कि सुरेन्द्र मेवाड़ा सोमवार सुबह अपने घर से मंदिर से दर्शन करने गए थे। मंदिर से बाहर निकलते समय आधा दर्जन लोगों ने धारदार हथियारों से हमलाकर उसकी हत्या कर दी थी। वारदात के बाद पुलिस ने जिलेभर में बीस टीमों का गठन कर सौ से अधिक मोबाइल नम्बर की लोकेशन खंगाली। आसपास के घरों और दुकानों में लगे सीसीटीवी फुटेज देखे। गहन अनुसंधान के बाद पुलिस ने खैरासी निवासी ललित स्वामी, खंडिया कॉलोनी निवासी अक्षय स्वामी और तेजपाल भील को गिरफ्तार किया
तीन बार मारपीट की थी
तोमर ने बताया कि मेवाड़ा का अपने इलाके में बहुत दबदबा था। ललित और मेवाड़ा के बीच पुरानी रंजिश थी। मेवाड़ा कहीं पर भी ललित को काम नहीं करने देता था। जहां भी वह काम करता, पता चलते ही मेवाड़ा उसे वहां से हटवा देता था। इससे उसकी आर्थिक स्थिति खराब हो गई थी। इस कारण उसका परिवार भी दुखी था। मेवाड़ा ने पिछले दिनों में ललित के साथ तीन बार मारपीट भी कर दी। इस पर दोस्त भी ललित का मजाक उड़ाने लगे थे। इन बातों से ललित बुरी तरह तिलमिला गया था।
उसने खुद मरने या फिर सुरेन्द्र को मारने की ठान ली थी। उसने सुरेन्द्र की हत्या के लिए अपने साथियों के साथ योजना बनाई। उन्हें मालूम था कि सुरेन्द्र रोजाना सुबह अकेले मंडावर के रोड वाले बालाजी मंदिर पर दर्शन करने आता है। इस पर वह दो मोटरसाइकिलों पर अपने चार अन्य साथियों के साथ वहां पहुंचा। मंदिर से बाहर निकलते ही उन्होंने सुरेन्द्र को घेर लिया और हथियारों व पत्थरों से वारकर उसे गंभीर रुप से घायल कर दिया। उसे झालावाड़ अस्पताल लाया गया, जहां कुछ देर बाद उसकी मौत हो गई।
जंगल में छिप गए
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि वारदात के बाद हमलावर मोटरसाइकिलों से बाघेर के जंगलों में भागकर छिप गए। पुलिस ने उन्हें जंगल के अंदर से गिरफ्तार कर लिया।
इनकी रही विशेष भूमिका
मेवाड़ा हत्याकांड का खुलासा करने में विशेष भूमिका राजेश कुमार व चन्द्रशेखर थाना कोतवाली व सीसीटीवी कैमरा चैकिंग, जिला स्पेशल टीम व मंडावार, सदर, पनवाड़, सारोला, गंगधार थानों के थानाधिकारी व पुलिस टीमों को विशेष योगदान रहा।
एक दिन पहले रची साजिश
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि ललित से अपने साथियों के साथ सुरेन्द्र की हत्या की साजिश रविवार रात को रची। यहां पांचों ने मिलकर सोमवार सुबह उसकी हत्या करने की योजना बनाई। वारदात के बाद तीन जनें जंगल में भागकर छिप गए, जबकि दो अन्य मोटरसाइकिल लेकर दूसरे रास्ते से निकल गए। पुलिस दोनों को तलाश कर रही है।


