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आदर्श शिक्षण संस्थान जालोर का प्रतिभा सम्मान समारोह संपन्न
तखतगढ 20 जून ;(खीमाराम मेवाडा) जालोर सिरे मंदिर रोड स्थित श्री शांतिनाथ बालिका उच्च माध्यमिक आदर्श विद्या मंदिर में शनिवार को आदर्श शिक्षण संस्थान जालोर द्वारा संचालित आदर्श विद्या मंदिरों में पढ़ने वाले प्रतिभावान विद्यार्थियों का सम्मान समारोह धूमधाम से संपन्न हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ मां भारती और मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। इस अवसर पर श्री ईश्वर नाथ जी महाराज ने प्रतिभावान और विद्यार्थियों को आशीर्वचन प्रदान किए। कार्यक्रम में मुख्य सचेतक राजस्थान सरकार जोगेश्वर गर्ग, लोकसभा सांसद लुंबाराम चौधरी, प्रांत मंत्री भैरूपाल सिंह सहित जिला समिति के पदाधिकारी, जिनमें जिला व्यवस्थापक जानकी प्रसाद गुप्ता, जिलाध्यक्ष कुशलराज सुथार, और जिला उपाध्यक्ष प्रेम सिंह राठौड़ उपस्थित रहे।
जिला सचिव अजय कुमार गुप्ता ने बताया कि इस कार्यक्रम में कक्षा दसवीं और बारहवीं में 85% से अधिक अंक प्राप्त करने वाले और आठवीं बोर्ड परीक्षा में ‘ए’ ग्रेड प्राप्त करने वाले कुल 130 छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता भैरूपाल सिंह ने विद्या भारती संगठन के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए बताया कि इसका पहला विद्यालय 1952 में गोरखपुर से शुरू किया गया था। आज देशभर में विद्या भारती के 12,000 से अधिक विद्यालय संचालित हो रहे हैं, जिनमें 34 लाख से अधिक विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। उन्होंने बताया कि यह विश्व का सबसे बड़ा गैर-सरकारी शिक्षण संस्थान है, जो देशभर में पढ़ाई के साथ-साथ संस्कार भी देता है और सर्वांगीण विकास वाले विद्यार्थियों को तैयार करता है। उन्होंने 1971 में हुए एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का भी जिक्र किया, जिसमें भारतीयता आधारित शिक्षा पर जोर दिया गया था।
मुख्य सचेतक राजस्थान सरकार जोगेश्वर गर्ग ने अपने संबोधन में कहा कि किताबी ज्ञान से जीवन नहीं चलता, इसे चलाने के लिए स्कूल या कॉलेज के साथ-साथ व्यावहारिक ज्ञान भी जरूरी है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि अपने आसपास क्या हो रहा है, इसकी जानकारी रखना भी महत्वपूर्ण है। उन्होंने बताया कि व्यावहारिक ज्ञान सीखने की कोई समय सीमा या उम्र नहीं होती है, इसे कभी भी सीखा जा सकता है। गर्ग ने आगे कहा कि वर्तमान में इस प्रकार की शिक्षा केवल आदर्श विद्या मंदिरों में दी जाती है।लोकसभा सांसद लुंबाराम चौधरी ने बताया कि शिक्षा तो सभी स्कूलों में दी जाती है, लेकिन आदर्श विद्या मंदिर में शिक्षा के साथ-साथ संस्कार भी दिए जाते हैं। उन्होंने अभिभावकों को सलाह दी कि अपने बालक-बालिकाओं को पढ़ाने के लिए ऐसे विद्यालयों को प्राथमिकता देनी चाहिए।
कार्यक्रम का संचालन प्रधानाचार्य नितिन ठाकुर ने किया। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगीत से किया गया।