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जालोर-जालोर शहर सहित जिले भर में मुख्य सड़कों व आम रास्तों पर आवारा पशुओं का जमघट लगा रहता है। जिससे हर वक्त बड़े हादसे का डर लगा रहता है। तथा कई बार तो आवारा पशु रोड पर लड़ने के कारण दुपहिया सहित वाहन चालक गिर कर चोटिल हो जाते है। जिसको लेकर कई बार नगर परिषद सहित जिला कलेक्टर को शिकायत के बाद भी कोई स्थायी समाधान नही किया जा रहा है।
बता दें शहर सहित जिले भर में बारिश होने के बाद झाडियों व खेतों में मच्छर पनप गये हैं। जिससे आवारा पशु खेतों में ना जाकर शहर की मुख्य सड़को पर जमघट लगा कर बैठे रहते हैं। रात में मच्छरों से बचने के लिए आवारा पशु सड़कों पर आकर बैठ जाते है। जिससे कई बार रात के अंधेरे में वाहन चालको को पशु नजर नही आने पर पशुओं से वाहन की टक्कर हो जाती है। जिससे वाहनों चालको सहित पशु चोटिल हो रहे हैं। कई बार पशु आपस में लड़ने के कारण दुकानों के बाहर खड़े वाहनों को भी क्षतिग्रस्त कर देते हैं।
पशुओं के हमले से एक बुजुर्ग की हुई थी मौत
पशुओं के हमले से जालोर सहित जिले भर में कई मौतें हो चुकी हैं। आज से करीब डेढ़ साल पहले शहर के राजेन्द्र नगर में आवारा सांड आपस में लड़ने पर 67 वर्षीय सवाराम माली को कुचल दिया था जिसमें उसकी इलाज के दौरान मौत हुई थी।
नगर परिषद आयुक्त दिलीप माथुर ने बताया कि अभी में छुट्टी में था। आज आ रहा हूं। आने के बाद कार्ययोजना बनाते हूं। हालांकि अभी स्वाच्छता अभियान चल रहा है। नगर परिषद में स्टाफ की भारी कमी है। सफाई स्टाफ को मैंने आवारा पशुओं की धरपकड़ में लगा दिया तो सफाई व्यवस्था बिगड़ जाएगी। स्टाफ की कमी के चलते शहर के कई विकास कार्य व रखरखाव कार्य करने में दिक्कत आ रही है। हालांकि आने के बाद देखता हूं कि क्या कर सकते हैं।