PALI SIROHI ONLINE
जालोर।जालोर में जवाई बांध के पानी पर जिले का हक तय करने की मांग को लेकर किसान 19 नवंबर से महापड़ाव पर हैं। धरने के 25वें दिन जालोर विधायक व मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग धरना स्थल पर पहुंचे। उन्होंने कहा- सरकार ने जवाई बांध की पुर्नभरण योजना की डीपीआर बनाई है। लाभान्वित क्षेत्र में जालोर का नाम जोड़ा गया है। ताकि भविष्य में जालोर को पुनर्भरण योजना में जालोर को अपना हक मिलेगा।
किसानों ने जवाई नदी के प्राकृतिक बहाव की भी बात की। किसान संघ के द्वारा शनिवार को किसानों को समर्थन देने वाले संगठनों से विचार कर आगे की रणनीति तय करेंगे।
जालोर विधायक व मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग शुक्रवार को करीब 12.30 बजे जिला कलेक्ट्रेट के सामने महापड़ाव स्थल पर पहुंचे। उन्होंने कहा- सरकार ने किसानों का हित करते हुए परिवर्तित बजट 2024-25 में बजट भाषण के दौरान बिन्दु, संध्या, माही व सोम नदी के मानसून अवधि का अधिशेष जल जयसमंद बांध सहित अन्य बांधों को भरते हुए जवाई बांध तक लाने संबंधित कार्य के लिए डीपीआर बनवाने की घोषणा की है। योजना में लाभान्वित होने वाले क्षेत्र में अब जालोर को भी शामिल किया गया है।
किसान बोले कि डीपीआर सहित अन्य घोषणा तो पहले भी हो चुकी है। पिछली सरकार ने भी बनाई थी। लेकिन जालोर का नाम नहीं था। हालांकि आप ने परिवर्तन कर जालोर को जवाई बांध पुनर्भरण योजना में जोड़ा है। यह अच्छी बात है। लेकिन किसानों की मांग है कि जवाई नदी का 83 हिस्सा जालोर में है तथा इसमें सबसे अधिक नुकसान भी जालोर को हुआ है। जवाई बांध के पानी जालोर का हक तय करें। इस दौरान किसान जोगेश्वर गर्ग के आश्वासन से असंतुष्ट नजर आए।
जिसके बाद गर्ग ने किसान नेता करण सिंह को बोले कि किसानों ने धरना प्रदर्शन के दौरान मेरे खिलाफ हाय-हाय के नारे लगाए। फिर भी मैंने पूरी मेहनत से लगकर यह काम कराया है। आप को मेरे नाम से हाय-हाय के नारे लगाते हुए शर्म नहीं आती क्या। मेरी मेहनत से आपका कितना काम हो चुका है। अब आपकी इच्छा है कि आप धरना समाप्त करो या और जारी रखो। मैं हर हाल में आपके साथ हूं।