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जालोर-जालोर भैरुनाथ अखाड़े के महन्त पीर गंगानाथ महाराज के आठवां चातुर्मास को लेकर शहर, ग्रामीण क्षेत्र के 36 कॉम की बैठक बुधवार को गंगानाथ महाराज के सानिध्य में आयोजित हुई। जिसमें सभी समाज के प्रतिनिधि एवं नाथजी के समस्त भक्तजनों ने आठवां चार्तुमास सिरे मंदिर धाम में करवाने का निर्णय लिया। जिस पर पीर गंगानाथ महाराज ने सिरे मंदिर धाम पर चातुर्मास करने के लिए सहमति दी। सहमति के बाद माली धर्मनारायण पुत्र थानमल गहलोत ने फूल माला से पीर गंगानाथ महाराज का अभिनंदन किया।
संत में चातुर्मास की सहमति दी
बैठक में नाथजी भक्त भामाशाह जालोर निवासी धर्मनारायण पुत्र थानमल गहलोत ने सिरे मंदिर धाम पर आयोजित पीर गंगानाथ महाराज के आठवें चातुर्मास की समस्त व्यवस्था खर्च अपनी तरफ से करने का प्रस्ताव नाथजी के भक्तों के समक्ष रखा। जिस पर सालों से भैरुनाथ अखाड़े से जुड़ाव एवं अटूट श्रद्धा को देखते हुए समस्त भक्तजनों ने एक स्वर में प्रस्ताव पर सहमति दी। योगी प्रेमनाथ महाराज, योगी आन्नदनाथ महाराज, योगी गोपालनाथ महाराज ने सभी भक्तों से चातुर्मास कार्यक्रम में सहयोग करने की अपील की। बैठक से पूर्व तरूण पुत्र धर्मनारायण गहलोत ने महादेव मंदिर में परिवार सहित पूजा-अर्चना कर आशीर्वाद लिया।
भैरुनाथ अखाड़े के व्यवस्थापक पारसमल परमार ने बताया कि सनातन धर्म में सावन मास में संतो द्वारा स्थानीय मंदिरों में भक्ति करने का विशेष महत्व है। गुरू परम्परा का निर्वाहन करते हुए पीर गंगानाथ महाराज इस साल भी अपना चातुर्मास ईश्वर भक्ति में लीन रहकर सिरे मंदिर धाम पर सम्पन्न करेंगे। जिसकी सहमति पर भक्तों ने ब्रह्मलीन पीर शांति नाथ महाराज के जयकारे लगाए
बोले- भक्तों की आवभगत करें
पीर गंगानाथ महाराज ने सभी भक्तों से कहा कि चातुर्मास के दौरान सिरे मंदिर धाम पर काफी संख्या में श्रद्धालुओं का आवागमन रहेगा। चातुर्मास के दौरान आने वाले भक्तों को किसी भी तरह की तकलीफ ना हो उसके लिए सभी तैयारियों को तय समय में पूरी करें। सेवा कार्य एक पुण्य का कार्य है तथा चातुर्मास में आने वाले भक्तों की आवभगत करें।
ये रहे मौजूद
इस दौरान चातुर्मास सेवा समिति के अध्यक्ष मीठालाल दर्जी, शिवलाल प्रजापत, नेनाराम लुहार, गजाराम देवासी, ओबाराम देवासी, नवीन सुथार, खसाराम सांखला, कनिष्क चौधरी, हितेष प्रजापत, बसन्त सुथार, लक्ष्मणसिंह सांखला, बाबूलाल गहलोत, मंगलाराम गहलोत, मोहनलाल गहलोत, देवीलाल गहलोत, हीरालाल घांची, रामप्रकाश चौधरी, छतराराम सुथार, फूटरमल शर्मा, बंशीलाल सेन, सुरेंद्रसिंह, बाबूलाल परमार, तरूण जैन, श्रीराम वैद्य, राणसिंह भायल, हेमेन्द्र परमार, विक्रमसिंह परमार, हीरालाल परमार, रूपाराम जाट, अमरसिंह महेशपुरा, शांतिलाल सुथार, अंबालाल माली सहित काफी संख्या में भक्तजन मौजूद रहे।
आठवां चातुर्मास सिरे मंदिर धाम में होगा
पीर गंगानाथ महाराज ने अपना पहला चातुर्मास 2014 में बैरठ गांव में सम्पन्न किया। इसके बाद 2016 में रेवतडा तथा इसके बाद लगातार चार चातुर्मास सिरे मंदिर धाम पर सम्पन्न हुए। गत साल पीर गंगानाथ महाराज का सातवाँ चतुर्मास रेवत गांव के अमरनाथ मंदिर में सम्पन्न हुआ था। इस साल पीर गंगानाथ महाराज का आठवां चातुर्मास सिरे मंदिर में आयोजित होगा।
पीर गंगानाथ महाराज का जीवन परिचय
पीर गंगानाथ महाराज ब्रह्मलीन पीर शांतिनाथ महाराज के शिष्य हैं। पीर गंगानाथ महाराज के बचपन में ही भक्ति में लगन होने से संवत 2038 कार्तिक सुदी पंचमी सोमवार 2 नवम्बर 1981 को पूज्य गुरूदेव पीर शांतिनाथ महाराज ने दीक्षा ग्रहण करवाई। पीर गंगानाथ महाराज का जन्म रानीवाड़ा तहसील के दांतवाड़ा गांव में संवत 2016 मार्ग शीर्ष सुदी नवमी सोमवार 9 नवम्बर 1959 को हुआ। पीर गंगानाथ महाराज के जन्म के बाद उनके माता रकमो देवी एवं पिता नगाराम ने उनका नाम कालूराम रखा।
पीर गंगानाथ महाराज बचपन में ही पीर शांतिनाथ महाराज के चरणों में अपनी आस्था रखते थे। तथा उनका प्रारम्भसे भक्ति व धार्मिक कार्यों में रुचि होने से उन्होंने संवत 2038 वैशाख सुदी तेरस सोमवार 17 मई 1981 को सिरे मंदिर पहुंचे। गुरू पीर शांतिनाथ महाराज की प्रेरणा से पीर गंगानाथ महाराज ने जिले के कई मंदिरों व गौशालाओं का जीर्णोद्धार व निर्माण करवाया। पीर शांतिनाथ महाराज के देवलोकगमन होने के बाद सवंत 2069 आसोज सुदी बीज बुधवार 17 अक्टूबर 2012 को भैरुनाथ अखाड़े का पीठाधीश्वर की गादी पर आसीन हुए। पीर गंगानाथ महाराज के सानिध्य में सिरे मंदिर धाम पर महारुद्र यज्ञ का ऐतिहासिक भव्य आयोजन भी करवाया गया।


