
PALI SIROHI ONLINE
खीमाराम मेवाड़ा
रेल मंत्री के गृह जिले मे दो बार सर्वे के बाद भी स्वीकृति के अभाव में 23 सालो से आटका फालना-जालोर रेल मार्ग
जिले में तीन-तीन मंत्री अब जनता मांग रही फालना से जालौर रेल लाइन
तखतगढ 17 जून ;(खीमाराम मेवाडा) जालौर जिले के एक परिवार में जन्मे लुम्बाराम चौधरी साधारण व्यक्ति होते हुए भी उन्होंने जालौर सिरोही लोकसभा सीट से चुनाव जीत कर सांसद बने और अपने क्षेत्र के विकास के लिए हमेशा प्रयासरत रहते है। जिन्होने जालौर सिरोही जिले को आजादी के बाद पहली बार रेल्वे से कनेक्ट करने के लिए केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी कुमार से रूबरू मुलाकात कर सरुपगंज वाया सिरोही से जालोर बागरा तक 96 किलो मीटर रेल्वे लाइन बिछाने की स्वीकृति भी जारी करवा दी है। जो जालौर सिरोही वीडियो के लिए मिल का पत्थर साबित होगी। लेकिन रेल मंत्री के गृह जिले में पिछले 23 वर्षों से फालना से वाया तखतगढ़ होकर जालोर के बीच रेल मार्ग स्वीकृति के अभाव में अटका हुआ है। ऐसे में मारवाड़- गोडवाड़ क्षेत्र के लोगों को रेल गृह जिले के होने के उपरांत भी सुविधा का लाभ अभी भी नहीं मिल पा रहा है।
जबकी इसी रेल मार्ग से राजसमंद से लेकर जालौर जिले के ग्रेनाइट व्यवसायीयो एवं रोजगार के लिए बडी राहत मिल सकती है। आपको बता दे की जिले के मारवाड-गोडवाड़़ क्षेत्र केे लाखों प्रवासी दक्षिण भारत के विभिन्न नगरों में व्यवसायरत है। ऐेसे में वर्ष 2001 में तात्कालीन रेल मंत्री लक्ष्मण बंगारू ने फालना से वाया सांडेराव, तखतगढ़ होकर आहोर से जालोर के बीच रेल मार्ग का सर्वे करवाया था। जिस से भारत सहित विदेश में रहने वाले प्रवासियों के लिए आने वाले परिवार के अलावा अन्य प्रवासियों को क्षेत्र में आने के लिए फालना व जवाई बांध स्टेशन पर उतारना पड़ता है। बाद वर्ष 2021 एवं 2020 में भी दूसरी बार सर्वे हो चुका है। जिसका पूर्व में 17 करोड़ रुपए सर्वे मे खर्च होना सामने आया था।
सर्वे में ये थे रेलवे स्टेशन , जानकारी के अनुसार फालना से
सांडेराव, तखतगढ़, बेदाना, उम्मेदपुर, गांगावा, आहोर, भैसवाड़ा, कानिवाड़ा स्टेशन निर्धारित कर रखे हैं। इन स्टेशनों पर रेल्वे ने फाटकों की कमी को लेकर पुन सर्वे भी करवाया था। लेकिन पाली के सांसद पीपी चौधरी जो पेशे से कानूनविद्ध है। और तीसरी बार भी सांसद बनने के साथ साथ जिले में कैबिनेट मंत्री जोराराम कुमावत और राज्यसभा सांसद मदन राठौड़ तीन-तीन मंत्री होते हुए भी फालना से जालौर रेल लाइन के लिए कोई विशेष उपलब्धि का अभी तक एक भी कार्य नही करवा सके है। लेकिन अब मारवाड़ गोड़वाड़ की जनता फिर मांग रही फालना से जालौर रेल मार्ग
–इनका का कहना है, बात बिल्कुल वाजिब है वर्ष 2001 मैं तत्कालीन रेल मंत्री लक्ष्मण बंगारू द्वारा फालना से जालोर रेलवे लाइन के लिए सर्वे करवा चुके हैं। और इस रेलवे लाइन से मार्बल नगरी राजसमंद से लेकर जालौर तक के मार्बल व्यवसायों सहि प्रवासियों के लिए काफी फायदेमंद साबित होगा वैसे तखतगढ़ नगर उद्योग से वंचित हो रहा है यदि फालना से जालौर रेलवे लाइन कनेक्टीवी होती है तो तखतगढ़ में बड़े-बड़े उद्योग लगा सकते हैं जिसको लेकर हम रेल मंत्री से पत्र व्यवहार के जरिए पालना जालौर रेल लाइन की मांग करेंगे
— विनोद सोलंकी- अध्यक्ष, व्यापार एण्ड उद्योग मंडल तखतगढ़