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जालोर-जालोर के सामंतीपुरा रोड स्थित शनिधाम के पीछे रहने वाले सिद्ध गोपाल और उनके परिवार के जीवन का अहम हिस्सा, शहर का चर्चित हाथी मोनू अब नहीं रहा। बुधवार सुबह करीब 4 बजे हाथी मोनू ने अपनी अंतिम सांस ली, जिससे पूरा परिवार गहरे सदमे में है।
मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले के लवकुश नगर निवासी सिद्ध गोपाल अपने परिवार के साथ पिछले 15 वर्षों से जालोर शहर में रह रहे थे। इस दौरान हाथी मोनू न केवल उनका साथी रहा बल्कि परिवार की आजीविका का भी आधार बना। शहर की गलियों, धार्मिक जुलूसों और आयोजनों में मोनू की उपस्थिति हमेशा लोगों को आकर्षित करती थी।
मोनू हाथी को दी अंतिम विदाई
मोनू की मृत्यु की खबर फैलते ही सुबह से ही लोगों का तांता लग गया। बच्चे, बुजुर्ग और महिलाएं सभी मोनू के अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे। कई लोगों की आंखें नम हो गईं। शहरवासियों ने मोनू को फूलमालाओं से सजाकर अंतिम विदाई दी।
हाथी मोनू के सेवक अजय गोस्वामी ने बताया कि मोनू पिछले कुछ दिनों से अस्वस्थ चल रहा था। उसकी देखभाल लगातार की जा रही थी, लेकिन बुधवार सुबह अचानक उसने दम तोड़ दिया।
शहरवासियों ने कहा कि मोनू सिर्फ एक जानवर नहीं था, बल्कि जालोर की पहचान और भावनाओं से जुड़ा सदस्य था। वर्षों तक धार्मिक यात्राओं, शोभायात्राओं और बच्चों के बीच खुशी का कारण बना यह हाथी अब सिर्फ यादों में रहेगा।

