
PALI SIROHI ONLINE
जयपुर-राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन में बनी एडहॉक कमेटी में विवाद बढ़ता जा रहा है। आज कन्वीनर जयदीप बिहाणी ने पाली जिला क्रिकेट संघ की मान्यता को रद्द कर दिया। मान्यता रद्द करने के संबंध में पत्र जारी करते हुए लिखा- जब वित्तीय अनियमितताओं और चुनाव संबंध में कुछ जानकारी आरसीए ने मांगी तो जिला संघ ने उनको देने से मना कर दिया। इसके बाद बार-बार रिमांइडर भेजने के बाद भी जवाब नहीं दिया।
दरअसल, एक दिन पहले एडहॉक कमेटी के चार सदस्यों ने कन्वीनर जयदीप बिहाणी के खिलाफ प्रस्ताव पास करते हुए उनके सभी निर्णयों को निरस्त कर दिया था। इस बैठक में धनंजय सिंह खींवसर, धर्मवीर सिंह, हरिचंद्र सिंह और रतन सिंह थे।
अब जयदीप बिहाणी ने पाली जिला क्रिकेट संघ की मान्यता को रद्द कर दिया। इसके साथ ही वे अब जल्द ही जोधपुर जिला क्रिकेट संघ को भी नोटिस जारी करेंगे। यहां पिछले दिनों चिकित्सा मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर के बेटे धनंजय खींवसर चुनाव जीतकर अध्यक्ष बने थे। बिहाणी का कहना है जब धनंजय खींवसर ने नागौर क्रिकेट संघ के अध्यक्ष पद से इस्तीफा ही नहीं दिया तो उन्होंने जोधपुर का चुनाव कैसे लड़ लिया।
पाली संघ के चुनावों को सही नहीं बताया
जयदीप बिहाणी ने पत्र में पाली संघ के चुनावों को सही नहीं बताया है। उन्होंने धर्मवीर सिंह पर पाली में गलत तरीके से चुनाव करवाने के आरोप लगाए। साथ ही धर्मवीर सिंह के खिलाफ आर्थिक अनियमितता को लेकर लिखित में शिकायत मिलने की भी बात कही। इन बातों को आधार मानकर बिहाणी ने आज पाली संघ की मान्यता को रद्द किया।
गौरतलब है कि 19 दिन पहले डीसीए पाली के सचिव धर्मवीर सिंह को नोटिस जारी किया गया था। नोटिस में वित्तीय अनियमितताओं और चुनाव प्रक्रिया में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए नोटिस दिया और जरूरी दस्तावेजों के साथ रिकॉर्ड मांगा गया था।
इस पर धर्मवीर सिंह ने दो दिन पहले ही नोटिस का जवाब देते हुए बताया था- आरसीए कन्वीनर की ओर से DCA पाली से वर्ष 2005 से आय-व्यय का ब्योरा मांगा गया, जबकि पाली में DCA का रजिस्ट्रेशन ही वर्ष 2008 में हुआ। ऐसे में वर्ष 2005 से जो सूचना मांगी गई वह किस आधार पर दी जा सकती है।
इसके साथ ही जिला क्रिकेट संघ पाली, जोधपुर और बीकानेर ने लिखित में राजस्थान राज्य क्रीड़ा परिषद से शिकायत भी की थी। इसमें बताया कि समिति के कन्वीनर जयदीप बिहाणी पिछले 2 महीने से नोटिस देने का ही काम कर रहे हैं।


