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जयपुर-बेघर घुमंतू परिवारों को राजस्थान सरकार गांवों में 300 वर्ग गज तक के प्लॉट देने जा रही है। अब तक 21 हजार 90 परिवारों को फ्री प्लॉट आवंटित हो गए हैं। बुधवार को एक समारोह कर सरकार इन परिवारों को एक साथ इनके प्लॉट के पट्टे देकर जमीन का मालिक बनाएगी।
जयपुर में राज्यस्तरीय समारोह होगा। इसमें सीएम भजनलाल शर्मा और पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर प्लॉट के पट्टे देंगे। हर जिले में समारोह होगा। जहां लाभार्थी मौजूद रहेंगे। इसके लिए हर जिले में औपारिकताएं पूरी कर ली गई हैं। पिछले 3 महीने से ग्रामीण विकास विभाग और राजस्व विभाग के स्तर पर काम जारी था
33,350 ने प्लॉट के लिए आवेदन किया राजस्थान में सरकारी आंकड़ों के अनुसार 1,23,757 घुमंतू परिवार हैं। इनमें 49,950 के पास पहले से पट्टे हैं, 51088 आवासहीन परिवार हैं। इनके पास न जमीन है, न रहने को मकान है।
अब तक 33,350 परिवारों ने सरकार के पास आवेदन किया है। इनमें से 21 हजार 90 परिवारों को फ्री प्लॉट आवंटित हो गए हैं। कल इन्हें पट्टे मिल जाएंगे। इसके बाद भी 12 हजार 260 परिवार और बाकी रहेंगे, जिनके पास रहने को कोई ठौर नहीं हैं। प्रदेश में 11,341 ग्राम पंचायतें हैं, जिनमें 44,981 गांव आते हैं। इनमें एक साथ पट्टे बांटने का अभियान चला।
हर गांव में सर्वे हुआ, इसके बाद लाभार्थी छांटे
ग्रामीण विकास पंचायतीराज विभाग ने बार घुमंतू परिवारों को छांटने के लिए हर गांव में सर्वे करवाा। सरकार ने हर गांव से बेघर घुमंतू, खानाबदोश परिवारों का ब्योरा मांगा था। हर जिला परिषद से इसका ब्योरा तैयार करवाया और पंचायती राज विभाग ने 22 अगस्त तक हर जिले से गांववार बेघर परिवारों का ब्योरा मंगवाया था। इन परिवारों के आधार कार्ड नंबर भी मांगे थे, जिन परिवारों को प्लॉट दिए उसके मुखिया के आधार नंबर दर्ज किए हैं।
फ्री पट्टे देने की स्कीम केवल बेघर, घुमंतू और खानाबदोश परिवारों के लिए
यह स्कीम केवल बेघर, घुमंतू और खानाबदोश परिवारों के लिए ही लाई गई है। ऐसे परिवार जो गांवों में झुग्गी, झोपड़ियों में रहते हैं, उनके या उनके परिवार के किसी भी सदस्य के पास आवासीय भूखंड नहीं है। ऐसे परिवारों को इस स्कीम में शामिल किया है।
मंत्री दिलावर बोले- बेघर घूमंतु परिवारों का सर्वे कर पहचान का काम जारी रहेगा
पंचायतीराज मंत्री मदन दिलावर ने कहा कि सभी घुमंतू जातियों के लोगों को आजादी के इतने साल बाद भी रहने को घर नहीं है। यह काम बहुत पहले हो जाना था लेकिन नहीं हुआ। अब तक की सरकारों की ड्यूटी बनती थी कि इन्हें पूरा सहयोग करके मुख्य धारा में लाते। हमने तय किया कि सभी घुमंतू जाति के लोग जो पात्र हैं, उन्हें फ्री प्लॉट देंगे। हमने सर्वे करवाया है, अब तक 22 हजार परिवारों की पहचान कर ली है और अब भी पहचान का काम जारी है, जिनकी पहचान कर ली है उहें एक साथ फ्री पट्टा देंगे।
बेघर परिवारों को अब पीएम आवास में मकान और दूसरी
स्कीम का लाभ मिल सकेगा
गांवों में बड़ी तादाद में खानाबदोश परिवार गोचर की जमीनों पर टेंट या झोपड़ी बनाकर रहते आए हैं। गाड़िया लोहार, किरात, शिकारी खानाबदोश सहित कई घुमंतू परिवार घूमते रहते हैं।
इनके पास प्लॉट नहीं होने से इन्हें सरकारी योजनाओं का फायदा नहीं मिल सकता। खुद की जमीन नहीं होने के कारण इन्हें अब तक पीएम आवास योजना सहित किसी भी सरकारी स्कीम में मकान बनाने का लाभ नहीं मिल सकता था।
अब सरकार से फ्री प्लॉट मिलने से ऐसे परिवारों को पीएम आवास योजना में मकान के लिए पैसा मिल जाएगा। सरकार की दूसरी स्कीम्स का लाभ भी मिल सकेगा।
ब्योरा मंगवाने से लेकर पट्टे बांटने तक प्रमुख तारीखें
• 22 अगस्त तक बेघर परिवारों का ब्योरा विभाग में भेजा
• 29 अगस्त तक गांवों में जमीन चिह्नित की गई
• 5 सितंबर तक बेघर परिवारों से आवेदन लिए गए
• 7 सितंबर तक आवेदनों का ब्योरा पंचायती राज विभाग को भेजा गया
• 6 से 25 सितंबर तक प्लॉट आवंटन के लिए प्रस्ताव पास की समय सीमा रखी गई
• 2 अक्टूबर को एक साथ 21090 परिवारों को बांटे जाएंगे पट्टे