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हाड़ेचा। कस्बे के निकट हरिपुर में शुक्रवार सुबह एक बंदर की मौत के बाद ग्रामीण उसे समाधि देने रतनारी नाडी पहुंचे। यहां समाधि के लिए जमीन खुदाई की गई, जिसमें खुदाई के दौरान पुरानी हनुमानजी की मूर्ति निकली।
इस दौरान ग्रामीणों ने मूर्ति को दूध से नहलाया गया। ग्रामीणों के अनुसार यह मूर्ति करीब 50 से 60 साल पुरानी हो सकती है। मूर्ति की खबर फैलते ही मौके पर ग्रामीण जुटने शुरू हो गए। इसके बाद ग्रामीणों ने बंदर को समाधि देने के बाद उसी जगह हनुमानजी की मूर्ति स्थापित की। इस दौरान ग्रामीणों ने इसी जगह पर हनुमानजी का मंदिर बनाने का निर्णय लिया। इस अवसर पर मानसिंगाराम चौधरी, पीराराम सुथार, रामाराम सुथार और तुलसाराम मेघवाल समेत बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।
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