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दौसा-राजस्थान में 6 सीटों पर उप चुनाव होने है, जिनमें दौसा विधानसभा सीट भी शामिल है। इस बीच सांसद मुरारीलाल मीणा की बेटी की एक सोशल मीडिया पोस्ट ने कांग्रेस पार्टी में सियासी हलचल मचा दी है।
दरअसल, सांसद के ड्राइवर मुकेश मीना का मंगलवार को जन्मदिन था। दौसा सांसद मुरारीलाल मीणा की बेटी निहारिका जोरवाल ने मुकेश मीना को बधाई देते हुए सोशल मीडिया पर एक पोस्ट की। इसमें निहारिका ने लिखा- दौसा सांसद महोदय के ड्राइवर और दौसा से विधायक प्रत्याशी मुकेश मीना जी को जन्मदिन की बहुत-बहुत बधाई।
इस पोस्ट के सामने आते ही दावेदारों के बीच सांसद के ड्राइवर को लेकर सियासी चर्चा शुरू हो गई। करीब 2 घंटे बाद निहारिका ने कमेंट बॉक्स में लिखा- आप सबके विचार जानने के बाद मुकेश जी ने दौसा से चुनाव लड़ने का विचार निरस्त कर दिया है। अब 2028 में मुकेश जी पुनर्विचार करेंगे।
निहारिका ने कुछ घंटों बाद हटाई पोस्ट
पोस्ट को लेकर चर्चाएं शुरू होने के कुछ घंटों बाद निहारिका ने मुकेश मीना को जन्मदिन की बधाई की पोस्ट डिलीट कर दी। हालांकि सांसद की बेटी की पोस्ट के बाद दौसा से दावेदारी कर रहे कांग्रेस नेताओं में नई चर्चाएं शुरू हो गई हैं।
राजस्थान यूनिवर्सिटी प्रेसिडेंट का चुनाव लड़ चुकी हैं निहारिका
दौसा सांसद मुरारीलाल मीणा की बेटी निहारिका जोरवाल ने राजस्थान यूनिवर्सिटी में वर्ष 2022-23 में छात्र संघ चुनाव लड़ा था। निहारिका ने अध्यक्ष पद के लिए कांग्रेस के छात्र संगठन एनएसयूआई से टिकट की दावेदारी की थी, लेकिन उनको टिकट नहीं मिला था। इस पर निहारिका ने निर्दलीय चुनाव लड़ा था, लेकिन जीत नहीं पाईं थीं।
निहारिका को दूसरे निर्दलीय प्रत्याशी निर्मल चौधरी ने 1465 वोट से हराया था। इसके बाद से ही वह अपने पिता के साथ कई कार्यक्रमों में मंच पर देखी जाती हैं। दौसा उप चुनाव को लेकर सांसद मुरारीलाल की पत्नी सविता मीणा और बेटी निहारिका का नाम भी पार्टी पदाधिकारियों के बीच चर्चा में हैं।
पहली बार 2003 में बसपा के टिकट पर विधायक बने मुरारी लाल
मूलतः बांदीकुई क्षेत्र के अलियापाडा निवासी मुरारीलाल मीणा सिविल इंजीनियरिंग करने के बाद राजकीय सेवा में जेईएन बने। वे पूर्व केंद्रीय मंत्री राजेश पायलट के सहयोगी भी रहे हैं। मुरारी लाल मीणा ने साल 2003 में पहली बार बसपा के टिकट पर बांदीकुई से चुनाव लड़ा और विधायक बने। 2008 में मुरारीलाल मीणा ने बसपा के टिकट पर दौसा सीट से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की।
2013 में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़े, लेकिन हारे
मुरारीलाल मीणा ने 2013 में कांग्रेस के टिकट पर दौसा से चुनाव लड़ा, लेकिन भाजपा प्रत्याशी शंकरलाल शर्मा से हार का सामना करना पड़ा। 2018 के चुनाव में मुरारीलाल मीणा ने भाजपा प्रत्याशी शंकरलाल शर्मा को करीब 51 हजार वोट के बड़े अंतर से हराया। 2023 के चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी मुरारीलाल मीणा ने एक बार फिर जीत हासिल की। उन्होंने भाजपा प्रत्याशी शंकरलाल शर्मा को 31 हजार 204 वोट से हराया। मुरारी लाल मीणा को 98 हजार 238 वोट मिले थे, जबकि शंकरलाल शर्मा को 67 हजार 34 वोट मिले थे
दौसा लोकसभा सीट से 2 लाख से ज्यादा वोट से जीते विधानसभा चुनाव के 6 महीने बाद हुए लोकसभा चुनाव-2024 में कांग्रेस ने दौसा सीट से मुरारीलाल मीणा को उम्मीदवार बनाया था। उन्होंने भाजपा के प्रत्याशी कन्हैयालाल मीणा को करीब 2 लाख 37 हजार वोटों से शिकस्त दी थी। इसके बाद मुरारीलाल मीणा ने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था।