
PALI SIROHI ONLINE
दोसा-राजस्थान के दौसा के टोडाठेकला गांव में जागा बस्ती के पास भैंस चरा रही एक महिला पर जंगली सूअर ने हमला कर गंभीर घायल कर दिया। गनीमत यह रही कि घटना के दौरान दूर एक खेेत में काम रही महिला की निगाहें इस घटना की ओर पड़ गई। उसने मौके पर पहुंचकर जंगली सूअर के चंगुल से उस महिला को छुड़ाया, जिससे उसकी जान बच सकी
जानकारी के अनुसार महिला हेमा देवी (31) पत्नी लाला जागा जागा बस्ती जंगल में भैंस चरा रही थी। तभी जंगली सूअर ने अचानक हेमादेवी पर हमला कर दिया। चिल्लाने की आवाज सुनकर पास ही अपने खेत पर काम कर रही रेखा देवी सैनी (30) पत्नी घनश्याम सैनी अपनी जान को जोखिम में डाल कर रास्ते के बीच में भरे पानी को पार करते हुए जंगली सूअर से हेमा देवी को बचाने के लिए जा पहुंची।
लाठी से किया हमला
इस दौरान रेखा देवी ने लाठी की मदद से कई वार किए तो एक बारगी तो सूअर ने उस पर भी हमला कर दिया, लेकिन रेखा ने स्वयं को जैसे तैसे बचाते हुए करीब 15 मिनट तक चले संघर्ष के बाद हेमा देवी को लहुलुहान हालत में सूअर से छुड़ाने में सफलता प्राप्त की और घर पर पहुंचाया। जहां एंबुलेंस की मदद से लालसोट जिला चिकित्सालय पहुंचाया।
एक दर्जन से अधिक जगह हुए घाव
जानकारी के अनुसार जंगली सुअर के हमले से हेमा देवी के शरीर पर एक दर्जन से अधिक छोटे बड़े घाव हो गए। लालसोट जिला हॉस्पिस्टल में प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सकों ने उसे हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिया, जहां गंभीर घायल का उपचार जारी है। ग्रामीणों ने इस घटना में रेखा देवी सैनी की हिम्मत की सराहना करते हुए बताया कि यदि उसने समय पर पहुंचकर जंगली सूअर से हेमा देवी को छुड़ाया नहीं होता तो उसकी जान बचना संभव नहीं था। वहीं हेमा ने भी कहा कि रेखा ने उसे मौत के मुंह से खींचा था।