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तिथि संवत् : कार्तिक, कृष्ण पक्ष चतुर्दशी, सोमवार दोपहर बाद 03:45 तक रहेगी, विक्रम संवत् 2082, शाके 1947, हिजरी 1447, मुस्लिम माह रवि उलसानी तारीख 27, सूर्य दक्षिणायन, शरद ऋतु, 20 अक्टूबर।
सूर्योदय कालीन नक्षत्र : हस्त नक्षत्र रात्रि 08:17 तक,इसके बाद चित्रा नक्षत्र रहेगा। वैधृति योग रात्रि 02:35 तक, इसके बाद विष्कुंभक योग रहेगा। शकुनि करण दोपहर बाद 03:45 तक, इसके बाद चतुष्पद करण रहेगा।
ग्रह विचार (प्रातः 05:30): सूर्य-तुला, चंद्र-कन्या,मंगल-तुला, बुध-तुला, गुरु-कर्क, राहु-कुंभ, केतु-सिंह राशि में स्थित है। शुक्र-कन्या, शनि-मीन,
राहुकाल : प्रातः 07:30 से 09:00 तक रहेगा।
दिशाशूल : पूर्व दिशा : यदि जरूरी हो तो मिश्री या सौंफखाकर यात्रा कर सकते हैं।
शुभाशुभ ज्ञानम् : दिवाली स्वयं सिद्ध अबूझ मुहूर्त, श्री महालक्ष्मी पूजन, महाकाली पूजा,, कमला जयंती, वैधृति पुण्यं, गुरु हरिराय पुण्य दिवस नवीन मत से ।
चौघड़िया मुहूर्त : प्रातः 06:33 से 07:57 तक अमृत का,प्रातः 09:22 से 10:47 तक शुभ का, दोपहर 01:36 से 03:01 तक चर का, दोपहर 03:01 से सायं 05:51 तक लाभ व अमृत का चौघड़िया रहेगा।
आज विशेष : आज प्रदोषकाल में महालक्ष्मी पूजन करने से घर में सुख-समृद्धि एवं धन धान्य में अभिवृद्धि होती है। सोमवार को शिवजी का पूजन कर उनका जलाभिषेक अथवा रुद्राभिषेक करें। एक समय भोजन करें तो शिवजी की कृपा मिलती है। वैधृति योग में चांदी का दान करने का विशेष महत्व है और यह शुभ फलदायी होता है।
