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तिथि संवत् : आषाढ़, कृष्ण पक्ष अमावस्या, बुधवार सायं 04:02 तक रहेगी। विक्रम संवत् 2082 शाके 1947, हिजरी 1446, मुस्लिम माह जिलहिज, तारीख 28, सूर्य दक्षिणायन,वर्षा ऋतु, 25 जून। सूर्योदय कालीन नक्षत्र: मृगशिरा नक्षत्र प्रातः 10:41 तक रहेगा, इसके बाद आर्द्रा नक्षत्र रहेगा। गंड योग प्रातः 06:00 तक रहेगा, इसके बाद वृद्धि योग रहेगा। नाग करण सायं 04:02 तक रहेगा, इसके बाद किंस्तुघ्न करण रहेगा।ग्रह विचार (प्रातः 05:30) सूर्य-मिथुन, चंद्र-मिथुन, मंगल-सिंह, बुध-कर्क, गुरु-मिथुन, राहु-कुंभ, केतु-सिंह राशि में स्थित है। शुक्र-मेष, शनि-मीन,
राहुकाल : दोपहर 12:00 से 01:30 तक रहेगा।दिशाशूल : उत्तर दिशा : यदि जरूरी हो तो मिश्री या सौंफ खाकर यात्रा कर सकते हैं।शुभाशुभ ज्ञानम : देवपितृकार्य अमावस्या, सर्वार्थसिद्धि योग सूर्योदय से प्रातः 10:41 तक ।
चौघड़िया मुहूर्त : प्रातः 05:38 से 09:04 तक लाभ व अमृत का, प्रातः 10:46 से दोपहर 12:29 तक शुभ का, दोपहर बाद 03:54 से 05:37 तक चर का, सायं 05:37 से 07:20 तक लाभ का चौघड़िया रहेगा।
आज विशेष : आज बुधवार को गणेशजी को दूर्वा अर्पण करने अथवा मूंग की दाल के लड्ड का भोग लगाने से सभी प्रकार के अनिष्ट दूर होते हैं। आज गंड योग में नमक का दान करना शुभफलदायी होता है। अमावस्या को देवताओं के निमित्त पूजन करने एवं पितृगणों के निमित्त तर्पण एवं श्राद्ध करने से उनकी कृपा बनी रहती है।


