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चित्तोड़गढ़-चित्तौड़गढ़ एसीबी ने कार्रवाई करते हुए सहनवा सरपंच और सचिव को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया। दोनों ने 7 लाख 80 हजार रुपए का बिल पास करने के बदले में यह रिश्वत मांगी थी। सरपंच को दोनों की तरफ से 70 हजार रुपए लेते हुए सेटेलाइट हॉस्पिटल के बाहर से रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। जबकि सचिव को पंचायत समिति के गेट के बाहर से गिरफ्तार किया गया। बता दे कि चित्तौड़गढ़ एसीबी की इस साल की पहली कार्रवाई है।
स्कूल में कमरे और बरामदा बनाने का था टेंडर
एसीबी चित्तौड़गढ़ के एडिशनल एसपी विक्रम सिंह ने बताया कि ग्राम पंचायत सहनवा द्वारा बोजुदा स्कूल में दो कमरे और एक बरामद बनाने का टेंडर एक ठेकदार को दिया गया था। ठेकेदार को कुल 22 लाख रुपए टेंडर मिला था। जिसकी पहली किश्त 7 लाख 65 हजार रुपए जारी किए गए थे। ऊपर के 65 लाख को छोड़ते हुए 7 लाख रुपयों पर सरपंच भैरूलाल सुथार और सचिव दीपक चतुर्वेदी ने 5-5 प्रतिशत का कमीशन मांगा।
कई दिनों तक नहीं दी ओटीपी
उन्होंने बताया कि काफी दिनों से सरपंच और सचिव रुपए ट्रांसफर करने के लिए ओटीपी नहीं दे रहे थे। बुधवार को ही ओटीपी देने के बाद ठेकेदार के अकाउंट में रुपए ट्रांसफर किए गए। इसका सत्यापन करवाने के बाद आज गुरुवार दोपहर को ट्रैप की कार्रवाई की गई। सरपंच खुद 70 हजार रुपए लेने के लिए सेटेलाइट हॉस्पिटल के बाहर ठेकेदार को बुलाया। एसीबी की टीम सादे कपड़ों में आसपास घूमती रही। जैसे ही रुपए सरपंच के हाथों दिए गए, एसीबी की टीम ने पकड़ सरपंच को पकड़ लिया। इसके बाद पंचायत समिति के गेट के बाहर इंतजार कर रहे सचिव को भी गिरफ्तार कर लिया। सचिव गंगरार का रहने वाला है और उसके घर की भी तलाशी ली जाएगी। बता दे कि चित्तौड़गढ़ एसीबी की इस साल की पहली कार्रवाई है।