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चित्तौड़गढ़-चित्तौड़गढ़ सदर थाना क्षेत्र के ओछड़ी टोलकर्मियों द्वारा दो भाजपा नेताओं पर हमला करने की बात सामने आई है। दोनों पक्षों की ओर से सदर थाने में रिपोर्ट दी गई है। टोलकर्मियों के दिए परिवाद में रिपोर्ट देने वाले का नाम तक नहीं है। मामला मंगलवार रात एक बजे का है। पुलिस ने भाजपा नेताओं की रिपोर्ट दर्ज कर बुधवार शाम को पांच टोलकर्मियों को अरेस्ट किया है।
टोलकर्मियों ने बीजेपी ओबीसी मोर्चा के प्रदेश मंत्री, जिला परिषद सदस्य और निंबाहेड़ा पंचायत समिति के पूर्व उप प्रधान पर लाठी और सरिए से वार करते हुए उन पर टोल ना देने का आरोप लगाया जबकि जनप्रतिनिधियों ने कहा कि हमने अपना परिचय देते हुए टोल फ्री करने की बात कही लेकिन उसके बाद रुपए देने के लिए राजी हो गए थे। सूचना मिलने पर सदर थाना पुलिस मौके पर पहुंची।
दोनों नेताओं से हुई मारपीट
एएसआई सुरेंद्र सिंह ने बताया की मंगलवार देर रात को भाजपा ओबीसी मोर्चा के प्रदेश मंत्री, जिला परिषद सदस्य गब्बर सिंह अहीर और निंबाहेड़ा पंचायत समिति के पूर्व उप प्रधान अशोक जाट दोनों चित्तौड़ से निंबाहेड़ा की ओर ब्लैक स्कॉर्पियो से जा रहे थे। ओछड़ी टोल नाके पर टोल को लेकर दोनों की टोलकर्मियों से बहस हो गई। मालन खेड़ी, निंबाहेड़ा निवासी गब्बर सिंह पुत्र चैन राम अहीर ने एक रिपोर्ट दी है। इसमें उन्होंने बताया कि देर रात वह अपने दोस्त निंबाहेड़ा पंचायत समिति के पूर्व प्रधान अशोक जाट के साथ चित्तौड़ से निंबाहेड़ा जा रहे थे। उन्होंने टोलकर्मियों से कहा कि वह एक जनप्रतिनिधि है और उनसे टोल ना लें, लेकिन वे नहीं माने। इसके बाद गब्बर सिंह ने टोल देने की भी बात कही लेकिन टोलकर्मी आवेश में आकर लठ और सरिए से दोनों पर वार करने लगे और उनसे मारपीट की।
सोने की चेन भी छिनी
रिपोर्ट में गब्बर सिंह ने यह भी बताया कि टोलकर्मियों ने षड्यंत्रपूर्वक उन पर हमला किया। उन्होंने एक दूसरे को कहा कि बीजेपी वाले तो गुंडे होते हैं इसीलिए इन्हें और ज्यादा मारना चाहिए। टोलकर्मियों ने गब्बर सिंह के पांच तौला वजनी सोने की चेन भी छीन ली। साथ ही चार हजार रुपए भी लिए जबकि टोलकर्मियों का कहना है कि दोनों नेता शराब पीकर लेन नंबर एक से स्टॉपर को टक्कर मार कर टोल स्टाफ से हाथापाई कर रहे थे। कार लेन के सामने लगा दी, जिससे उस लेन की गाड़ी नहीं निकल सकीं और जाम लग गया।
टोलकर्मियों के रिपोर्ट में प्रार्थी का नाम ही नहीं
इस मामले के सीसीटीवी फुटेज भी सामने आए, जहां पर स्टॉपर को टक्कर मारना सामने नहीं आया। इसके अलावा टोलकर्मियों द्वारा लगातार उनसे मारपीट करने का मामला भी सामने आया। देर रात को दोनों नेताओं ने परिचितों को मदद के लिए बुलाया, जिस पर निंबाहेड़ा से नितिन और चित्तौड़ से सागर सोनी मौके पर पहुंचे और दोनों को अपने साथ लेकर गए। मामले की जानकारी मिलते ही सदर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और भारी जाब्ता तैनात किया गया। थानाधिकारी गजेंद्र सिंह के निर्देश पर सारे सीसीटीवी फुटेज चेक किए गए और उसके बाद गब्बर सिंह की रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। साथ ही उन्होंने पांच टोलकर्मियों को भी गिरफ्तार कर लिया। टोलकर्मियों द्वारा सदर थाने में रिपोर्ट तो दी गई है लेकिन उसमें ना प्रबंधक का नाम है और ना ही रिपोर्ट देने वाले किसी भी व्यक्ति का नाम है। फिलहाल उनके द्वारा दी गई रिपोर्ट को परिवाद में ही रखा गया है।