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चित्तौड़गढ़-जिस शख्स ने शादी के बाद घर बसायाए सपनों की नौकरी पाई और पत्नी के साथ जिंदगी आगे बढ़ाई३ उसे अंदाजा नहीं था कि एक दिन वही पत्नी उसकी मौत की साजिश रच रही है। और वो भी अपने प्रेमी के साथ मिलकर! पुलिस ने कहा कि ये हत्याकांड वास्तव में बहुत ही प्लानिंग के साथ किया गया था, लेकिन एक मामूली सी गलती ये हुई कि कुएं के नजदीक से ब्लड के स्पॉट साफ नहीं किए गए…। अब पत्नी को तलाश किया जा रहा है, आरोपी लवर अरेस्ट कर लिया गया है। पूरा मसला अवैध संबधों का है। राजस्थान अर्बन इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट प्रोजेक्ट (RUIDP) में काम करने वाले इंजीनियर मोतीलाल की हत्या की गुत्थी अब सुलझ चुकी है। लेकिन जो खुलासा हुआ, उसने पुलिस तक को हिला दिया। चित्तौड़गढ़ जिले में हुए इस हत्याकांड का निम्बाहेड़ा पुलिस ने चौबीस घंटे में ही खुलासा कर दिया है।
14 मई की रात, मोतीलाल की पत्नी सोनिया ने उसके पिता लादूलाल को कॉल किया और कहा कि वे ऑफिस से लौटे नहीं हैं और फोन भी नहीं लग रहा है, आप ट्राई कीजिए। इंजीनियर के पिता ने भी कई फोन किए लेकिन वे नहीं लगे। बाद में पुलिस थाने पहुंचकर इंजीनियर की मिसिंग रिपोर्ट दी गई। 15 मई की सुबह, एक खेत के पास कुएं में उसका शव मिला। सिर पर गहरा वार, पीठ पर चोट और कोहनी पर कट, कोई हादसा नहीं साफ तौर पर सुनियोजित मर्डर था। पुलिस ने कॉल डिटेल खंगाली और शक की सुई गई पड़ोसी बैंक कैशियर वीर सिंह मीणा पर टिक गई। पूछताछ हुई और फिर जो कहानी सामने आईए वो किसी क्राइम.थ्रिलर से कम नहीं।
मैं उसे वॉक के बहाने खेत की ओर ले जाऊंगी… तुम वहां तैयार रहना। यही प्लान था सोनिया और वीर सिंह का। जैसे ही मोतीलाल सुनसान खेत में पहुंचा, वहां पहले से छिपा बैठा वीर सिंह बाहर आया और लोहे की रॉड से उसके सिर पर वार कर दिया। दोनों ने मिलकर शव और मोबाइल फोन को कुएं में फेंक दिया ताकि कोई सबूत न बचे। फिर शुरू हुआ गुमशुदगी का ड्रामा, लेकिन पुलिस की पकड़ से सच ज्यादा देर छुप नहीं सका।फिलहाल बैंक कैशियर गिरफ्तार हो चुका है और इंजीनियर की पत्नी फरार है। पुलिस की टीमें उसकी तलाश में जुटी हैं।


