PALI SIROHI ONLINE
चित्तौड़गढ़-चित्तौड़गढ़ में गंभीरी नदी में डूबे युवक का करीब 24 घंटे बाद शव मिला। बहाव के कारण शव बहकर नदी के बीच में चला गया। नदी में बोटिंग चलाई गई, जिसके प्रेशर के कारण शव ऊपरी सतह पर आ गया।
रविवार को अज्ञात व्यक्ति को डूबते हुए सबसे पहले चारा बेचने वाली एक महिला ने देखा था। सिविल डिफेंस की टीम रविवार शाम 6 बजे तक डूबे व्यक्ति की तलाश करती रही। ऐसे में यह कयास लगाए जा रहा था कि नदी में कोई नहीं डूबा। इन सभी कयासों पर सोमवार को ब्रेक लग गया।
लगातार चली बोटिंग
रविवार दोपहर करीब 12 बजे पुलिस को सूचना मिली थी कि कोई अज्ञात व्यक्ति नदी में डूब गया है। जिसके बाद पुलिस ने सिविल डिफेंस की टीम को मौके पर बुलाया। मौके पर सिविल डिफेंस की टीम पहुंची और पहले टायर की सहायता से नदी में युवक की तलाश की। उसके बाद बोट को भी घुमाया, लेकिन शाम 6 बजे तक पता नहीं चला। सोमवार सुबह सिविल डिफेंस की टीम फिर से एक बार नदी में उतरी और बोट को घुमाया। जिसकी वजह से लाश ऊपर पानी की सतह पर आ गई। बहाव के कारण लाश नदी के बीचों बीच आ गई थी। शव के शरीर में कपड़े नहीं थे। रविवार को शव नहीं मिलने के कारण सभी को एक बार लगा की कोई नहीं डूबा होगा। लेकिन महिला अपनी बातों पर डटी रही। इसके अलावा लगातार कोशिश के चलते सिविल डिफेंस की टीम को सफलता मिली।
इस दौरान आसपास के लोग भी एकत्रित हो गए और डीएसपी तेज कुमार पाठक, कोतवाल संजीव स्वामी सहित कोतवाली जाब्ता मौजूद रहा। सिविल डिफेंस की ओर से हेमंत कुमार भोई, मुकेश भोई, राजकुमार भोई, कालूराम भोई, रामलाल भोई, रमेश भोई सहित पूरी टीम मौजूद थी।
नहीं हुई शिनाख्त
डीएसपी तेज कुमार पाठक ने बताया कि मृतक की उम्र करीब 40 है। जानकारी भी मिली थी कि एक व्यक्ति को शौच के लिए उस तरफ जाते हुए देखा था। अब यही व्यक्ति था या नहीं, इसकी जानकारी ले रहे है। फिलहाल लाश की शिनाख्त नहीं हुई है। सभी थानों में इन्फॉर्म कर दिया है। कहीं अगर मिसिंग की रिपोर्ट होगी तो उसकी जानकारी ले रहे है। शव को जिला हॉस्पिटल के मॉर्च्यूरी में रखवाया गया है।