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भीनमाल-टीचर द्वारा नाबालिग से दुष्कर्म मामले में कॉन्स्टेबल और ASI को जालोर SP ने सोमवार देर शाम सस्पेंड कर दिया। दोनों ने टीचर को बचाने के लिए पीड़िता से सहमति का जबरदस्ती वीडियो बनाया था। दुष्कर्म का आरोपी शिक्षक, कॉन्स्टेबल का दोस्त था। पीड़िता ने दो महीने बाद आत्महत्या कर ली थी। मामला जालोर के भीनमाल थाना क्षेत्र का है।
टीचर को जमानत मिलने पर दर्ज हुआ मामला
आरोपी शिक्षक को जमानत मिलने पर पीड़िता के पिता ने 21 जनवरी को दोनों पुलिसकर्मियों के खिलाफ भीनमाल थाने में धारा 166 (क) (ख), 228 (क), पॉक्सो एक्ट की धारा 23 और जेजे एक्ट की धारा 74 में मामला दर्ज कराया था। एसपी ने डिप्टी से जांच करवाई थी।
पीड़िता के पिता ने एसपी को रिपोर्ट देकर बताया था कि 21 अक्टूबर 2023 को शिक्षक मंगलाराम विश्नोई ने दुष्कर्म किया था। पॉक्सो कोर्ट में कॉन्स्टेबल सुरेश कुमार ने सशपथ बयान दिया कि 22 अक्टूबर को पीड़िता का वीडियो बनाया था, जिसे उसने एएसआई किशनलाल को दिया था। आरोपी मंगलाराम के बयान के अनुसार यह वीडियो उसे व्हाट्सएप ग्रुप से मिला था। कॉन्स्टेबल सुरेश और मंगलाराम की ओर से वायरल वीडियो कोर्ट में पेश किया जा चुका है।
जिस दिन वीडियो बनाया गया था, उस समय तक पीड़िता के 161 और 164 के बयान नहीं हुए थे। एएसआई किशनलाल ने भी आरोपी को बचाने के लिए, जांच अधिकारी होते हुए, इस वीडियो को जांच रिपोर्ट में शामिल नहीं किया और कोर्ट के निर्णय से पहले ही आरोपी को दे दिया था। घटना के दो महीने बाद पीड़िता ने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी।
इधर, आरोपी शिक्षक को पुलिस ने 23 अक्टूबर को बाड़मेर से गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के बाद पाली ज्वाइंट डायरेक्टर कार्यालय ने उसे सस्पेंड कर दिया था।
वीडियो में कहलवाया था- मैं मर्जी से आई
जांच में सामने आया कि कॉन्स्टेबल सुरेश और आरोपी शिक्षक पहले से दोस्त थे। मामले को दबाने के लिए सुरेश और एएसआई किशनलाल, बाड़मेर में पीड़िता और आरोपी को दस्तयाब करने गए थे। इसी दौरान उन्होंने वीडियो बनाकर पीड़िता से कहलवाया कि वह अपनी मर्जी से आई थी। इसी वीडियो के आधार पर आरोपी को जमानत मिली थी।
जमानत मिलने के बाद आरोपी और कॉन्स्टेबल सुरेश पीड़िता के घर भी गए थे। कोर्ट से मिले वीडियो के आधार पर जांच की गई, तो सामने आया कि पीड़िता से जबरन कहलवाया गया था।

