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भीलवाड़ा। घूस में पांच लाख रुपए लेने के बाद दो लाख रुपए और मांगे। ट्रैप होने का डर सताया तो एक लाख रुपए वापस लौटा रहे गुलाबपुरा चौकी प्रभारी व सहायक उपनिरीक्षक नेतराम को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की भीलवाड़ा टीम ने गिरफ्तार कर लिया। कार्रवाई से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। एसीबी भीलवाड़ा के एएसपी ब्रजराज सिंह ने बताया कि परिवादी ने रिपोर्ट दी कि 10 अगस्त को उसका बेटा कार से आ रहा था कि रायला के निकट एएसआई नेतराम, चालक व एक अन्य ने उसे रोका
कार की तलाशी के दौरान तीन लाख 60 हजार रुपए की राशि मिली। बेटे ने यह राशि किसी परिचित से लाने की बात कही। इस पर पुलिसकर्मियों ने बेटे को किसी मुकदमे में फंसाने की धमकी दी व जबरन राशि रख ली। परिवादी का कहना है कि आरोपी पुलिसकर्मी ने उनसे एक लाख चालीस हजार रुपए और मांगे। राशि नहीं देने पर धमकाया। यह राशि भी उन्होंने आरोपी नेतराम को दे दी। परिवादी का आरोप था कि कुछ दिन बाद पुलिसकर्मियों ने दो लाख रुपए और मांगने लगे।
रिकॉर्डिंग की भनक लगी तो लौटाना चाहा पैसा
एएसपी सिंह ने बताया कि पुलिसकर्मियों की बार बार की डिमांड से परिवादी व बेटा घबरा गए। आरोपी पुलिसकर्मी की व्हाट्सअप कॉलिंग का वीडियो रिकाॅर्ड कर लिया। संभवतया इसकी भनक पुलिसकर्मियों को लग गई। इससे वह डर गए और घूस में ली राशि लौटाने के लिए परिवादी व उसके पुत्र से सम्पर्क साधने की कोशिश की। इस बीच परिवादी एसीबी के पास आ गया। एसीबी ने परिवादी की शिकायत का सत्यापन कराया। एसीबी ने बाद में आरोपी व उसके साथियों को दबोचने के लिए जाल बिछा दिया।
चौकी पर बुला लौटा रहे थे एक लाख
एएसपी ने बताया कि आरोपी नेतराम ने परिवादी को रविवार शाम गुलाबपुरा में 29 मिल चौराहे की चौकी पर बुलाया और एक लाख रुपए वापस देते हुए कहा कि पहले जो हुआ वह तो हो गया, अब यह एक लाख रुपए रख लो। यहां मौजूद एसीबी टीम ने घेराबंदी कर आरोपी पुलिसकर्मी नेतराम को गिरफ्तार कर लिया। सिंह ने बताया कि आरोपी एएसआई के बिजयनगर आवास की तलाशी ली जा रही है।