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भीलवाड़ा-भीलवाड़ा में बेटे और बेटी का रिश्ता टूटने के बाद दो समधियों में रंजिश हो गई। मामला इतना बढ़ा कि एक समधी ने दूसरे की हत्या करवाने के लिए बदमाशों को सुपारी दे दी।
मारपीट के लिए 15-15 हजार रुपए तय किए, वहीं मर्डर करने पर 3-3 लाख रुपए हर आदमी को देना तय था। कोर्ट व जमानत का खर्चा भी अलग से फिक्स था।
इस बीच शुक्रवार को वारदात को अंजाम दिया जाना था। लेकिन पुलिस ने लोकेशन ट्रेस कर समधी समेत 5 आरोपियों को वारदात करने से कुछ घंटे पहले ही पकड़ लिया।
आरोपियों के पास से बिना लाईसेंस परमिट के एक अवैध देसी पिस्टल मय मैगजीन, 6 जिंदा कारतूस और मिर्च पाउडर जब्त किया गया। मामला जिले के गंगापुर थाना क्षेत्र का है।
गंगापुर थाना प्रभारी फूलचंद के अनुसार सरगांव निवासी भैरुलाल जाट ने अपने बड़े बेटे की शादी ग्राम बघेरा के सोहनलाल जाट की लड़की के साथ की थी। लेकिन दोनों के संबंध में मनमुटाव होने से विवाह टूट गया। कुछ दिन पहले एक सामाजिक कार्यक्रम में सोहनलाल और उसके साथियों ने भैरूलाल के साथ धक्का-मुक्की कर दी।
इसका बदला लेने के लिए भैरूलाल ने अपने रिश्तेदार प्रकाश के साथ मंगरोप निवासी हरी सिंह से संपर्क किया, जो पहले भी अवैध हथियार रखने के मामले में मंगरोप थाने में पकड़ा जा चुका है। तीनों ने अपने गुंडों से 16 से 20 दिसंबर के बीच सोहनलाल पर हमला करना तय किया।
रुपयों के लेन-देन के बाद विवाद बढ़ा
पुलिस की प्रारंभिक पड़ताल में सामने आया कि आरोपी भैरूलाल जाट के बड़े बेटे की पत्नी बेंगलुरु रहकर एमबीबीएस कर रही थी। दोनों समधियों ने उसकी पढ़ाई के लिए आधा-आधा खर्च देना तय किया। इस बीच ट्रेनिंग के चलते बहू अपने पति के साथ नहीं रह रही थी। इसे लेकर दोनों के बीच मनमुटाव रहने लगा और भैरूलाल का बेटा दूसरी पत्नी को नाते प्रथा के तहत ले आया।
इसके बाद सोहनलाल जाट ने अपने समधी भैरूलाल से दुकान खरीदने के लिए दी राशि सहित एक करोड़ रुपए देने का तकाजा करने लगा। वहीं भैरूलाल भी बहू के एमबीबीएस में लगाए 55 लाख और पहनाए गए 45 तोला सोने के गहनों को लौटाने की मांग की। दोनों के बीच लेन-देन को लेकर विवाद बढ़ गया। कुछ दिन पहले हुए एक सामाजिक कार्यक्रम में दोनों के बीच धक्का-मुक्की हो गई। इसके बाद भैरूलाल ने समधी की हत्या करवाने की साजिश रची।
हत्या की आशंका होने पर रिपोर्ट दर्ज करवाई
थानाधिकारी ने बताया- मामले में सोहनलाल को उस पर हमला होने का शक हुआ तो उसने थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई। इसके बाद पुलिस जांच में जुटी। इसी बीच थाने में एक अपराधी से पूछताछ की जा रही थी, तब ही उसके पास एक फोन कॉल आया। जिसमें किसी ने भैरु लाल के साथ मारपीट करने पर 15 हजार और मर्डर करने पर 3 लाख रुपए देने की बात की। इनपुट के आधार पर टीम एक्टिवेट हुई।
इंटरनल सोर्स और मोबाइल डेटा की सहायता से आरोपियों की लोकेशन ट्रैक की। इसके बाद भीलवाडा की डीएसटी एंटी गैंगस्टर टीम ने क्राइम प्रिवेंशन की कार्रवाई करते हुए वारदात करने से कुछ घंटे पहले ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
समधी समेत पांचों आरोपी पकड़े
हरि सिंह (20) पिता गुमान सिंह राजपूत निवासी मंगरोप, बलबीर सिंह (20) पिता नेपाल सिंह राजपूत निवासी मंगरोप, कालू अहीर (24) पिता चुन्नीलाल निवासी रेलमगरा, ललित (18) पिता परशुराम जाट निवासी रेलमगरा और भैरूलाल (48) पिता मधु लाल जाट निवासी गंगापुर को गिरफ्तार किया गया।
पुलिस की कार्रवाई टीम में गंगापुर थाना प्रभारी फूलचंद, एएसआई जेठमल, कॉन्स्टेबल गोपाल राम, हरी राम, राधेश्याम, मुकेश कुमार, सुरेश कुमार, रेवत राम, संदीप कुमार, राधेश्याम शामिल रहे। वहीं डीएसटी की साइबर टीम में एएसआई आशीष कुमार, कॉन्स्टेबल कालूराम घायल, पवन कुमार, दीपक जांगिड़, बनवारी लाल, असलम और घीसू लाल शामिल थे।