
PALI SIROHI ONLINE
पिंटू अग्रवाल चामुंडेरी बाली
पाली-बाली उपखंड के बेड़ा राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर विश्व सिकलसेल एनीमिया दिवस पर स्वास्थ्य शिविर का आयोजन पाली सीएमएचओ डॉ विकास मारवाल के निर्देशन में पाली डिप्टी सीएमएचओ डॉक्टर डॉ वेदांत गर्ग व बाली ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर हितेंद्र वागोरिया ने किया।
शिविर के उद्धघाटन समारोह को संबोधित करते हुए डिप्टी सीएमएचओ डॉक्टर वेदांत गर्ग ने बताया कि सिकल सेल जागरूकता अभियान के तहत स्वास्थ्य शिविर का आयोजन हुआ है सिकल सेल रक्त की एक अनुवांशिक जानलेवा बीमारी है सिकल सेल एक इनविजिबल डिसेबिलिटी है सिकल सेल बीमारी पीढ़ी दर पीढ़ी फैलने वाली एक लाइलाज बीमारी है शरीर के किसी अंग में बार-बार असहनिया दर्द एवं खून की कमी यह इसका मुख्य लक्षण है डॉक्टर वेदांत गर्ग ने कहा कि भारत में यह बीमारी अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति व अन्य पिछड़ा वर्ग में यह बीमारी मुख्यतः पाई जाती है मुख्य रूप से महाराष्ट्र मध्य प्रदेश गुजरात उड़ीसा केरल कर्नाटक छत्तीसगढ़ व राजस्थान की आदिवासी अंचल उदयपुर बांसवाड़ा डूंगरपुर प्रतापगढ़ में व्यापक है शेष राजस्थान में भी सिकल सेल मरीज देखने को मिले हैं इसी एतियात के तौर पर पाली जिला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी विकास मारवाल के निर्देशन में बेड़ा चिकित्सालय में यह शिविर आयोजित किया गया है।
बाली ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर हितेंद्र वागोरिया ने बताया कि बीमारी का समय पर निदान नहीं होने की स्थिति में बच्चे कम उम्र में ही दम तोड़ देते हैं भारत में तकरीबन 2 करोड़ सिकल सेल वाहक सेल एवं 14 लाख सीकल सेल पीड़ित निवास करते हैं सिकल सेल वाहक हष्ट पुष्ट होता है परंतु ऐसे दो अगर शादी कर ले तो बच्चे सिकल सेल पीड़ित हो सकते हैं वही डॉक्टर वाघोरीया ने बताया कि खून की एकमात्र जाच से सिकल सेल वॉहक एवं सिकल सेल पीड़ित का पता लगाया जा सकता है वही गर्भवती महिलाओं की जांच नहीं होने के कारण नए सिकल सेल बच्चे जन्म ले रहे हैं इसलिए सिकल सेल की जांच करवाना अनिवार्य है यह जांच सभी राजकीय चिकित्सालयों में निःशुल्क की जाती है।
इस दौरान बेडा सरपंच भागीरथ देवी जिला परिषद सदस्य जयंतीलाल मीणा पंचायत समिति सदस्य कन्याकुमारी गरासिया पूर्व सरपंच समाजसेवी अर्जुन सिंह बेड़ा पूर्व भाजपा मंडल अध्यक्ष गोवर्धन भाई प्रजापत, बेडा चिकित्सा अधिकारी प्रभारी डॉक्टर सुमेर सिंह राव, डॉ दीपक चौहान, डॉ मनीष शर्मा, डॉ योगेश कुमावत, पाली के प्रशासनिक अधिकारी मोहम्मद खान, नरेश जोशी, झलक भान सिंह राठौड़, उदय सिंह, नारायण परिहार, भूपेंद्र सिंह, नरेंद्र सिंह, अभिषेक जोशी, डलाराम देवासी, गजेंद्र देवासी, कन्हैया लाल मीणा वह विभिन्न आदिवासी अंचल के ग्रामीण जनप्रतिनिधि पीड़ित व समस्त नर्सिंग कर्मी आशाएं विभिन्न चिकित्सा अधिकारी मौजूद रहे।



