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बेडा। संस्कार शिविर का तीसरा दिन।
इतिहास ही हमारा शिक्षक है प्रेरक है उसकी जानकारी हमको लेनी चाहिए लेकिन संघ के संस्थापक तनसिंह जी ने कहा है इतिहास से प्रेरणादायक जरुर है पढ़ना सुनना चाहिए परन्तु उस इतिहास को हम कैसे बना सके इस बात का अभ्यास श्री क्षत्रिय युवक संघ इन शिविरों शाखाओ के माध्यम से पुनः उसी महापुरुषो को पैदा करने काम करता है जो देश राष्ट्र के काम आ सके
यह बात खुमान सिंह दुदिया ने शिविर संचालक के रूप में सुमेरपुर के निकट काम्बेशवर महादेव की मुख्य धर्मशाला में चल रहे श्री क्षत्रिय युवक के प्राथमिक प्रशिक्षण शिविर में यह बात कही उन्होंने बताया की आज सुबह4.45 पर जागरण कार्यक्रम,से लेकर ,प्रार्थना, खेल ही खेल में, चर्चाओ,के माध्यम से इतिहास की जानकारी देते हुए इस संस्कारी मार्ग पर चलने का अभ्यास करवाया।
खेल सत्र के बाद आज कृष्णजन्माष्टमी के अवसर काम्बेशवरजी महादेव मंदिर के दर्शन हेतु गोड़वाड़ मण्डल प्रमुख हीर सिंह लोडता के साथ सभी स्वयंसेवकों ने दर्शन किये और मंदिर के ऊपर स्थित राम गुफा में के साथ यज्ञ हवन किया।
बाद मंदिर में तनसिंह जी रचित सहगीत गाये।इस मौके पर
चौहान महासभा, बाली अध्यक्ष प्रताप सिंह कोठार, महारावल मुजाजी ट्रस्ट अध्यक्ष, मनोहर सिंह करवाना, उपप्रधान, बाली महावीर सिंह बेड़ा, जगत सिंह बेड़ा, नाथू सिंह दुदनी, लक्ष्मण सिंह सेंडला जालम सिंह बेड़ा, मंगल सिंह बेड़ा, महावीर सिंह बेड़ा सहित अनेक लोग उपस्थित रहे।