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बाड़मेर-बालोतरा जिले ग्रामीण झोलाछाप डॉक्टरों से परेशान है।
स्थानीय लोग झोलाछाप डॉक्टर की शिकायत करते है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग इसको लेकर गंभीर नहीं है। ऐसा ही एक मामला सिणधरी उपखंड के चाडों की ढाणी में सामने आया है। परिवादी ने राजस्थान संपर्क पर शिकायत की। जयपुर से जांच के निर्देश मिलने के बाद एक कमेटी बनाई गई। जब कमेटी जांच करने आई, उससे पहले वहां से बैड, लैब मशीनें हटा दी गई। परिवादी का आरोप है कि कमेटी ने आने से पहले झोलाछाप डॉक्टर को सूचना मिल गई थी।
दरअसल, चाडो की ढाणी गांव के ग्रामीणों ने जुलाई माह में सीएम के नाम की शिकायत की थी। वहीं राजस्थान संपर्क पोर्टल पर भी झोलाछाप डॉक्टर की शिकायत की थी। इस पर जयपुर से बालोतरा सीएमएचओ को जांच करने के निर्देश दिए थे। बुधवार को सीएमएचओ की ओर से बनाई गई कमेटी जांच करने के लिए पहुंची। उस समय वहां पर मेडिकल स्टोर खुला मिला। साथ ही कोई बैड, या लैब या हॉस्पिटल चलना जैसा नहीं पाया गया।
पीड़ित ने आरोप लगाते हुए बताया कि टीम के लोगों ने झोलाछाप को पहले सूचना दी, उसके बाद मौके से बेड हटा दिए। जो मेडिकल पर नशीली दवाइयां सहित विभिन्न अलग-अलग प्रकार की रखता है, लेकिन टीम ने मौके से कुछ भी सामग्री नशीली दवाई है बरामद नहीं की। वहीं पास के कमरे में लैब की मशीनें भी थी लेकिन टीम ने देखने नहीं गई। केवल खाना पूर्ति करके वापस लौट गए।
कमेटी में शामिल सिणधरी चिकित्सा अधिकारी डॉ अर्जुनराम ने कहा कि- शिकायत की कमेटी के सदस्यों के साथ जांच की। वहां पर मेडिकल संचालित पाया गया। इसके अलावा बैड सहित हॉस्पिटल के लिए यूज होने वाली कोई वस्तुएं नहीं मिली है। वहां पर ग्रामीणों के बयान भी लिए गए। ग्रामीणों ने भी दवाइयों का वितरण होना बताया है।राजस्थान संपर्क पर की थी शिकायत चाडो की ढाणी निवासी रामाराम प्रजापत ने राजस्थान संपर्क पर शिकायत की थी। उसके अनुसार ग्राम पंचायत चाडो की ढाणी में एक झोलाछाप डॉक्टर ग्रामीणों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहा है, बिना जांच एवं रिपोर्ट किए इलाज कर रहा है। मामले में स्वास्थ्य विभाग से कार्रवाई की मांग की गई।