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बाड़मेर-बाड़मेर के लीलसर गांव में दो महीने पहले हिरण शिकार मामले में जिला जेल (बाड़मेर) में बंदी की शुक्रवार शाम को संदिग्ध मौत हो गई। दरअसल बंदी भोमाराम (35) को जमानत के लिए कोर्ट लाया गया था। जहां उसकी जमानत स्वीकार कर ली गई थी।
इसके बाद भोमाराम को जिला कारागृह ले जाया गया। वहां वह बेहोश होकर गिर गया। इसके बाद अस्पताल लेकर आए तो डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। शव को जिला हॉस्पिटल की मॉच्र्युरी में रखा गया है। वहीं परिजन जेल प्रशासन पर आरोप लगाते हुए धरने पर बैठ गए हैं।
जेल में बंदी की मौत के बाद पुलिस-प्रशासन के अधिकारी पहुंचे
शुक्रवार शाम जमानत से पहले बंदी की तबीयत बिगड़ने और मौत होने की सूचना के बाद बाड़मेर एसडीएम वीरमाराम, डीएसपी रमेश शर्मा सहित पुलिस और प्रशासन के अधिकारी पहुंचे। वहीं मजिस्ट्रेट ने वीडियोग्राफी करवाकर न्यायिक जांच शुरू कर दी है।
बाड़मेर डीएसपी रमेश शर्मा ने बताया- शुक्रवार शाम बंदियों की न्यायालय से जमानत हुई थी। जमानत आवेदन जेल से प्राप्त होने के बाद परिजन बंदियों को रिसीव करने जेल आए हुए थे। बंदियों को मुख्य गेट पर बुलाया गया था। इनमें भोमाराम भी शामिल था। उसके भाई गेट पर उसका इंतजार कर रहे थे
भोमाराम का बड़ा भाई जेठाराम जेल परिसर के मुख्य गेट पर बैठा था। इसी दौरान भोमाराम बेहोश हो गया। जेलर व जेल स्टाफ ने भोमाराम के बड़े भाई को साथ में लिया और बेहोश बंदी को राजकीय अस्पताल बाड़मेर के आपातकालीन वार्ड में भर्ती करवाया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
जेठाराम का आरोप है कि भोमाराम को शुक्रवार को दोपहर के समय जमानत मिल गई थी। इसके बाद जब जेल पहुंचे तो 7 बजे आने के लिए जेल प्रशासन ने कहा। जब 7 बजे पहुंचे तो हमें जेल के गेट पर बैठने को कहा।
हम वहीं बैठे थे। इस दौरान कहा कि आपके भाई की तबीयत बिगड़ गई। दौड़ते हुए पहुंचे तो उसके मुंह से झाग निकल रहे थे। वह दो माह से जेल में था, उसके साथ क्या हुआ इसकी हमें जानकारी नहीं है।
रिहा कार्रवाई के दौरान हुई मौत
पुलिस ने बताया कि- हिरण शिकार मामले में भोमाराम पुत्र लालाराम न्यायिक अभिरक्षा (जेल) में था। शुक्रवार को दोपहर करीब 2 बजे कोर्ट से जमानत मिल गई। शाम को 7 बजे परिजन बंदी को लेने के लिए जेल पहुंचे।
इस दौरान बंदी की अचानक तबीयत बिगड़ गई और बेहोश हो गए। जेल प्रहरी और परिजन हॉस्पिटल लेकर गए। वहां पर डॉक्टरों ने बंदी को मृत घोषित कर दिया।
मजिस्ट्रेट पहुंचे मॉर्च्यूरी, न्यायिक जांच शुरू की
जेल परिसर में बंदी की मौत के बाद पुलिस की ओर से न्यायिक मजिस्ट्रेट को सूचना दी गई। देर रात को मजिस्ट्रेट जिला हॉस्पिटल की मॉर्चुरी पहुंचे। शव के हालातों का जायजा लेकर वीडियोग्राफी करवाने के साथ न्यायिक जांच शुरू कर दी है। आज शव को मेडिकल बोर्ड से पोस्टमॉर्टम करवाया जाएगा।