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बांसवाड़ा-छत्तीसगढ़ में नक्सली हमले में घायल हुए बांसवाड़ा के STF जवान राजेश पंचाल को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू शौर्य चक्र से सम्मानित करेंगी। बांसवाड़ा के खेमरा गांव में रहने वाले कोबरा एसटीएफ ड्रग बल के जवान राजेश पर सर्चिग गश्त के दौरान बीजापुर जिले के टेकन गुड़ामा गांव में नक्सलियों ने हमला कर दिया था। इसमें राजेश पंचाल पुत्र केशवचंद्र घायल हो गए थे।
15 अगस्त को इस ऐलान के बाद बांसवाड़ा के खेमरा गांव में खुशी की लहर है। परिवार के लोगों ने खुशी जाहिर की है। पहली बार खेमरा गांव और क्षेत्र का नाम देश सेवा के लिए ऊंचा होगा। पंचाल के पिता केशव चंद्र स्वतंत्रता सेनानी हैं।
गौरतलब है कि बांसवाड़ा में यह पहला मौका है जब जिले के जांबाज सिपाही को राष्ट्रपति अवॉर्ड से सम्मानित किया जा रहा है। खमेरा से मिली जानकारी अनुसार राजेश 11 अक्टूबर 2011 से देश हित अपनी सेवाएं दे रहे हैं। उनकी फर्स्ट पोस्टिंग तेलंगाना में हुई थी।
राजेश की पत्नी कविता पंचाल और जुड़वां बच्चे बेटा नील और बेटी निधि हैं। पिता केशवचंद्र पंचाल सहायक कृषि अधिकारी पद से सेवानिवृत्त हैं और माता रमिला देवी गृहिणी हैं। भाई जयेश बीएमडी प्राइवेट लिमिटेड में कार्यरत हैं।
पिता केशव चंद्र ने बताया खमेरा गांव को कोई नहीं पहचानता है। हमारे बेटे ने खमेरा गांव का नाम राष्ट्रपति भवन तक ऊंचा कर दिया। यह दिखा दिया कि देश दुनिया में मातृभूमि सबसे बड़ी है।
राजेश की पत्नी का कहना है जिस महिला का पति देश की सर्वोच्च कुर्सी के सामने सीना तानकर खड़ा होता है, उससे ज्यादा गर्व का मौका महिला के लिए कभी नहीं हो सकता। खमेरा व्यापार मंडल से जुड़े पदाधिकारी का कहना है कि राजेश पंचाल राष्ट्रपति अवॉर्ड लेने के बाद यहां लौटने पर उनके भव्य स्वागत की तैयारियां की जा रही हैं।