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बांसवाड़ा । राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की समान पात्रता परीक्षा (CET, स्नातक स्तर) 2024 में जनेऊ को लेकर विवाद सामने आया है। बांसवाड़ा से आए एक अभ्यर्थी ने जयपुर जिला कलेक्टर को मेल कर आरोप लगाया कि जयपुर में सेंटर पर उसे जनेऊ उतारने के लिए मजबूर किया गया। अभ्यर्थी ने सख्त कार्रवाई की मांग की है।
छात्र हीरेन दवे बांसवाड़ा जिले के तलवाड़ा कस्बे का रहने वाला है। इस मामले पर हीरेन से बात की तो उन्होंने बताया- 27 सितंबर शुक्रवार को जयपुर के महात्मा गांधी गवर्नमेंट सी. सै. स्कूल रामपुरा टोंक फाटक (सेंटर कोड- 17267) पर मेरा सेंटर था। मैं शाम की पारी (दोपहर 3 से शाम 6 बजे) की परीक्षा देने के लिए दोपहर 1 बजे सेंटर पर पहुंचा।
वहां मेरा बैग और मोबाइल जमा करवा दिया। इसके बाद अभ्यर्थियों की जांच शुरू हुई। मैं पहले से यूनिफॉर्म कोड में था। टीशर्ट और पेंट पहनकर गया था। वहां मैंने हाथ पर बंधा कलावा कटवा दिया। इसके बाद पुलिस कॉन्स्टेबल ने जनेऊ उतारने को कहा तो मैंने विरोध किया।
” पुलिस कर्मी मुझे स्कूल प्रिंसिपल (मैडम) के पास लेकर गया। वहां प्रिंसिपल के अलावा अन्य स्टाफ भी था। मैंने उन्हें समझाया कि हमारे यहां इसे नहीं निकाला जाता। मैंने किसी भी परीक्षा में जनेऊ नहीं निकाला। बोर्ड (NTA) का भी ऐसा कोई निर्देश-नियम नहीं है। मैंने उन्हें नियम दिखाने को कहा तो प्रिंसिपल उखड़ गईं। ”
उन्होंने कहा- तुम परीक्षा के बहाने इसे इश्यू बनाना चाहते हो। इसके बाद पुलिस, प्रिंसिपल व स्टाफ ने मुझे जनेऊ उतारने के लिए मजबूर किया। मैंने जनेऊ उतारकर परीक्षा दी। परीक्षा के बाद मैंने अपनी जनेऊ वापस ली और विप्र फाउंडेशन (बांसवाड़ा) से मामले की शिकायत की।
घटना के बाद अभ्यर्थी हीरेन दवे ने जयपुर जिला कलेक्टर को मेल के जरिए शिकायत दी। इसमें उन्होंने पुलिस कॉन्स्टेबल, स्कूल प्रिंसिपल और अन्य स्टाफ पर जनेऊ उतारने के लिए मजबूर करने का आरोप लगाते हुए सख्त कार्रवाई की मांग की है। शिकायत की एक कॉपी हीरेन ने बांसवाड़ा विप्र फाउंडेशन के योगेश जोशी को भी भेजी है।
इस मामले में विप्र फाउंडेशन के योगेश जोशी से बात की तो उन्होंने कहा- जयपुर में बांसवाड़ा के छात्र से परीक्षा सेंटर पर जनेऊ उतरवाई गई। उसने आग्रह भी किया लेकिन उसकी नहीं सुनी। जबकि जनेऊ नियम के खिलाफ नहीं है। यह घटना सनातन धर्म के खिलाफ है। सरकार से मांग करते हैं कि दोषियों के खिलाफ जल्दी सख्त कार्रवाई की जाए। भविष्य में दोबारा ऐसी घटना नहीं हो इसके लिए दिशा निर्देश जारी किया जाए अन्यथा विप्र फाउंडेशन बांसवाड़ा सीएम आवास के बाहर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन करेगी।
परीक्षा के लिए नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के ड्रेस कोड निर्धारित किया है। जानिए इन नियमों के अनुसार अभ्यर्थी परीक्षा देने से पहले क्या पहन सकते हैं, क्या नहीं।
एनटीए में ये मान्य नहीं
फुल आस्तीन शर्ट और कुर्तियां, काले फ्रेम के फैंसी चश्मे, कैप, हाई हील जूते-सैंडल, बैगी ट्राउजर, घड़ी, ज्वेलरी, धातु की कोई भी वस्तु, कोई भी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस
एनटीए में यह मान्य
हाफ स्लीव टीशर्ट-शर्ट, सामान्य स्लीपर, नजर के सामान्य चश्मे, साधारण पैंट
नियमों के अनुसार जनेऊ ऐसी वस्तु नहीं है जो नियमों की अवहेलना करती हो। लेकिन जनेऊ में अगर कोई चाबी या अंगूठी या फिर अन्य धातु की वस्तु बंधी है तो उसे या जनेऊ को उतारना होगा।
सीईटी-2024 का एग्जाम राजस्थान में शुक्रवार व शनिवार को चार पारियों में हुआ। सुबह की पारी 9 से 12 और शाम की पारी 3 से 6 बजे थी। प्रदेशभर में इस एग्जाम के लिए 13 लाख 4 हजार 142 अभ्यर्थी रजिस्टर्ड हैं।