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बांसवाड़ा। वर्तमान में परिवार एक या दो बच्चों तक सीमित रह गए। इससे कई परिवारों में वंश परंपरा आगे नहीं बढ़ती कई रिश्ते भी खत्म होते जा रहे हैं। यह समस्या सिंधी समाज में चुनौतीपूर्ण हो गई। ऐसे में समाज में तीसरी संतान पर 31 हजार की एफडी कराएगा। यह निर्णय शक्ति नगर स्थित झूलेलाल भवन में शनिवार शाम को श्री झूलेलाल सिंधी सेंट्रल पंचायत की बैठक में लिया गया।
अधिकतर परिवार एक या दो बच्चों तक सीमित
बैठक की अध्यक्षता जैकब आबाद पंचायत अध्यक्ष हरीश राजानी ने की। उन्होंने कहा, समाज की जनसंख्या संतुलन और पीढ़ियों के संरक्षण पर गंभीरता से विमर्श का समय आ गया है। अधिकतर परिवार एक या दो बच्चों तक सीमित रह गए।
पहचान बनाने के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता
हरीश राजानी ने कहा कि बदलते दौर में समाज को अपनी पहचान बनाए रखने के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है। सभी पदाधिकारियों के विचार सुनने के बाद सर्वसमति से 31 हजार की एफडी करवाकर परिवार को देने का निर्णय लिया।
पंचायत अध्यक्ष ने किया निर्णय का स्वागत
पंचायत के अध्यक्ष दादा प्रताप राय चुघ ने निर्णय का स्वागत करते हुए कहा, यह पहल समाज के भविष्य को सुरक्षित करने वाली है। महासचिव कैलाश नेभनानी ने कहा कि यह योजना न केवल परिवारों को प्रोत्साहित करेगी बल्कि आने वाली पीढ़ियों को सुरक्षित व संगठित करने में भी सहायक सिद्ध होगी
बैठक में मौजूद थे समाज के वरिष्ठजन
बैठक में संरक्षक मनोहर लाल, मुरली राजानी, ओमप्रकाश आहूजा, किशन वाधवानी, उमेश मनवानी, सुखराम बालचंदानी, किशोर सिधवानी आदि ने योजना को समाज में नई ऊर्जा के संचार का माध्यम बताया। इसमें भारत खत्री, उमेश नारा, अशोक गेरा, कमलेश राजानी, राजेश चुग, गिरीश राजानी, सुरेश कपूर सहित कई समाजजन मौजूद रहे।

