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राजस्थान के बालोतरा जिले के सिणधरी थाना क्षेत्र के पायला कलां के पास हुए सड़क हादसे में एक परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। पायला कलां निवासी ज्वैलर अशोक कुमार सोनी समेत पोता-पोती, बेटा और बहू हादसे में मौत का शिकार हुए। आंगन से एक-एक कर पांच अर्थियां एक साथ उठीं तो हर किसी की आंखें नम नजर आ रही थीं।
मेगा हाइवे पर पायला कलां के पास हुए दर्दनाक हादसे में अशोक कुमार (60) पुत्र शिवलाल, श्रवण (28) पुत्र अशोक, मंदीप (04) पुत्र प्रवीण सोनी, रिंकु (06 माह) पुत्री अरुण सोनी व ब्यूटी (25) पत्नी अरूण सोनी की मौत हो गई थी। पुलिस कार्यवाही के बाद शव परिजनों को सुपुर्द किए गए। अस्पताल से पांच सदस्यों के शव एक साथ एक घर पहुंचे तो चारों और चीखने-चिल्लाने और करूण क्रंदन ने कलेजों को कंपा दिया।
पूरी तरह से बंद रहे प्रतिष्ठान
उठती चित्कारों में नाम पुकारते हुए जब परिवार के लोग रोने लगे तो पत्थर दिल की भी रुलाई नहीं रुक पाई। बाड़मेर के ग्रामीणों ने बताया कि अशोक का साधारण परिवार है। हर किसी से हंस कर मिलते और मिलनसार है। गांव अच्छी पेठ है। अंतिम संस्कार के दौरान हजारों की संख्या में लोग मौजूद रहे और गांव में चूल्हे तक नहीं जले। साथ ही प्रतिष्ठान पूरी तरह से बंद रहे।
मृतकों की संख्या हुई छह
मेगा हाइवे पर पायला कलां के पास हुए हादसे में गंभीर घायल हुए एक जने की सांचौर के अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई। सिणधरी थाना पुलिस के अनुसार बोलेरो में सवार मोमताराम पुत्र गणेशाराम डांगेवा गंभीर घायल हो गया था। प्राथमिक उपचार के बाद सांचौर रेफर किया गया था। उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। ज्वैलर्स के पोते अभिनंदन व अरुण का जोधपुर के अस्पताल में उपचार चल रहा है।
किसी के भी आंख की नहीं रुक पाई रुलाई
परिजनों का चित्कारों का बुरा हाल और ढांढस बंधाने वाले अपनी रुलाई नहीं रोक पा रहे थे। सब्र करने का कहते-कहते ही बुजुर्ग भी खुद अपना सब्र खोकर साथ रोने लगते। करीब एक घंटे तक ऐसा माहौल रहा। अंतिम संस्कार में जुटे हिम्मत वाले लोगों की भी आज हिम्मत जवाब दे रही थी। अंतिम संस्कार को श्मशान में पहुंचते-पहुंचते परिजनों के साथ गांव के लोग कई बार रोए। श्मशानघाट में पांच लोगों के एक साथ अग्नि संस्कार का दृश्य ह्रदय विदारक था।