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बाड़मेर-बाड़मेर में घर पर सो रहे प्रॉपर्टी डीलर पर 6 से ज्यादा बदमाशों ने धारदार हथियार से हमला कर दिया। गंभीर हालात में हॉस्पिटल लाया गया। वहां से गुजरात मेहसाणा रेफर कर दिया। 5 दिन से चल रहे इलाज के दौरान प्रॉपर्टी डीलर अहमद अली ने रविवार रात दम तोड़ दिया।
डीलर अहमद अली ने रविवार रात दम तोड़ दिया।
वारदात बाड़मेर जिले के धनाऊ थाने के पूंजासर गांव में 10 सितंबर मंगलवार की रात हुई थी। पुलिस ने इस मामले में आज नामजद 9 जनों को डिटेन किया है। इसमें पूंजासर सरपंच शामिल है। जिसकी भूमिका संदिग्ध है।
पुलिस की प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि दो परिवारों में पारिवारिक व राजनीति रंजिश रही है। हमला भी रंजिश में ही किया गया था।
पुलिस के अनुसार 11 सितंबर को घायल अहमद अली को गुजरात हॉस्पिटल में रेफर किया गया था। वहां पर चार दिन तक चले इलाज के बाद 15 सितंबर की रात को दम तोड़ दिया। वहां से उसके शव को बाड़मेर जिले के धनाऊ हॉस्पिटल की मॉर्च्यूरी लेकर आए।
आक्रोशित परिजन आरोपियों और साजिशकर्ता की गिरफ्तारी की मांग करने लगे। धनाऊ पुलिस ने नामजद आरोपियों को डिटेन किया है। परिजनों और धरने पर बैठे लोगों से वार्ता के बाद परिजन पोस्टमॉर्टम करवाने के लिए मान गए।
डीएसपी कृतिका यादव ने बताया- गंभीर घायल अहमद अली ने देर रात को इलाज के दौरान गुजरात में दम तोड़ दिया था। फिलहाल पोस्टमॉर्टम करवाया जा रहा है। इसके बाद शव परिजनों को सुपुर्द किया जाएगा।
पुलिस ने हमले के नामजद सभी आरोपियों को डिटेन कर लिया है। हमला करने के पीछे पुराना पारिवारिक व राजनीतिक विवाद सामने आया है। पुलिस टीम बारिकी से जांच पड़ताल कर रही है।
यह था मामला
पुलिस के अनुसार धनाऊ पूंजासर निवासी कासम खान पुत्र नवाब खान ने 11 सितंबर को रिपोर्ट दी थी। इसमें बताया कि 10 सितंबर की रात 2.30 बजे मेरा चचेरा भाई अहमद अली (50) पुत्र अरबाब व उनकी पत्नी खड बाई अपने घर के आंगन में सो रहे थे।
तभी फकीरा पुत्र हाजी साहब, नासिर पुत्र हाजी साहब, मोहम्मन पुत्र कुंढा निवासी पूजासर वाले ने पुरानी रंजिश वश व साजिश के तहत अपने रिश्तेदार माखन पुत्र कढ़ा, उमर पुत्र संजर, जियरा पुत्र संजर, निदाम पुत्र आदम, दिलावर पुत्र जुम्मा और बहादुर पुत्र कासम खान निवासी पूंजासर सहित 5-6 अन्य धारदार हथियारों के साथ आए।
चचेरे भाई अहमद अली के घर में घुसकर जान से मारने की नीयत से धारदार हथियारों से ताबड़तोड़ हमला कर दिया। पत्नी के चिल्लाने की आवाज सुनकर अकबर पुत्र जानू खान और कासम खान भागे तब तक वो सभी धारदार हथियार लेकर भाग गए।
अहमद अली चारपाई पर खून से लथपथ था, वहां से उसे सेड़वा हॉस्पिटल लेकर गए। वहां पर डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद रेफर कर दिया। परिजन गुजरात के मेहसाणा लेकर गए।