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खीमाराम मेवाडा
मानव जन्मअत्यंत दुर्लभ है प्रभु कृपा करुणा करके मनुष्य का शरीर देते हैं , गोविंद बल्लभ दास
तखतगढ 19 जनवरी;(खीमाराम मेवाडा) रविवार को श्रीपतिधाम नन्दनवन पिंडवाड़ा सिरोही के पावन परिसर में कुमावत शिक्षण एवं समाजिक संस्थान आहोर जालोर द्वारा संस्कार चिन्तन शिविर का आयोजन किया गया ।
श्रीपतिधाम के प्रस्तावित कार्यक्रमों में युवा बच्चे व बच्चियों को सनातन संस्कारों से सुसंस्कारित कर उन्नति के पथ पर ले जाना। संस्कारों से मानव में मानवता आती है। संस्कार विहीन मानव तो पशु से भी गया बीता है। इसलिये युवाओं में सनातन संस्कारों हेतु समय समय पर इस प्रकार के शिविरों की आवश्यकता है। इसी लक्ष्य की पूर्ति हेतु
कुमावत शिक्षण संस्थान आहोर ने प्रथम युवा बालक व बलिकाओं का शिविर रखकर समाजोपयोगी महत्वपूर्ण कार्य में सहभागी बनने का सौभाग्य प्राप्त किया है।
इस मंगलमय अवसर पर पूज्य महाराज पूज्य श्री गोविंद बल्लभ दास जी ने बताया कि मानव जन्मअत्यंत दुर्लभ है प्रभु कृपा करुणा करके मनुष्य का शरीर देते हैं । संस्कारों से ही मानव में मानवता आती है । संस्कार विहीन मनुष्य तो पशु से भी बदत्तर है। संस्कार विहीन मनुष्य बड़ों का सम्मान नहीं कर सकता, संस्कार विहीन मनुष्य सनातन धर्म का आदर नहीं कर सकता, संस्कार विहीन मनुष्य मर्यादाओं का पालन नहीं कर सकता इसलिए सर्वप्रथम अच्छे संस्कार चाहिये।
