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अहमदाबाद-अहमदाबाद क्राइम ब्रांच ने सोमवार को अहमदाबाद, जूनागढ़, सूरत, खेड़ा और भावनगर में 14 स्थानों पर छापे मारे। कार्रवाई के दौरान कुल 12 फर्जी फर्म बनाने वाले 33 से ज्यादा मैनेजर्स को हिरासत में लिया गया है। सौराष्ट्र के बीजेपी विधायक भगवान बारड के बेटे अजय बारड से भी पूछताछ की गई है।
शुरुआती जांच में पता चला है कि देशभर में 200 से ज्यादा फर्जी फर्मों ने करोड़ों रुपयों के इनपुट टैक्स क्रेडिट का घोटाला किया है। अहमदाबाद क्राइम ब्रांच ने छापेमारी की ये कार्रवाई डायरेक्टर जनलर ऑफ गुड्स एंड सर्विस टैक्स इंटेलिजेंस (डीजीजीआई) से मिले इनपुट के आधार पर की है।
इस मामले में क्राइम ब्रांच के एसीपी भरत पटेल ने बताया कि देश भर में 200 से अधिक फर्जी कंपनियां/इकाइयां फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट प्राप्त और पारित करके सरकारी खजाने को नुकसान पहुंचाने के लिए संगठित तरीके से काम कर रही हैं। ऐसी फर्में बनाने के लिए फर्जी पहचान और दस्तावेजों का उपयोग जैसे धोखाधड़ी वाले तरीके भी सामने आए हैं।
बयानी के जरिए करोड़ों रुपए के टैक्स का नुकसान करके देश को वित्तीय नुकसान पहुंचाने की आपराधिक साजिश रचने का काम कर रहा है। इस मामले में एक पत्रकार महेश लंगा को फर्जी दस्तावेज के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। क्राइम ब्रांच सभी दस्तावेज जब्त कर आगे की कार्रवाई कर रही है। छापेमारी की कार्रवाई में क्राइम ब्रांच, ईओडब्ल्यू और एसओजी की टीमें भी शामिल हैं।
डीजीजीआई ने क्राइम ब्रांच में शिकायत दर्ज कराई
डीजीजीआई के निदेशक हिमांशु जोशी ने अहमदाबाद क्राइम ब्रांच में शिकायत दर्ज कराई है कि अहमदाबाद की ध्रुवी एंटरप्राइजेज के नाम पर फर्जी कंपनी रजिस्टर्ड कर जाली इनपुट टैक्स क्रेडिट दिया जा रहा है। टैक्स घोटाले में शामिल लोगों ने देश भर में 200 से अधिक फर्जी कंपनियों को रजिस्टिर्ज कर हजारों करोड़ों रुपयों का फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट प्राप्त किया है।
कर चोरी का पता लगाने के लिए राज्यव्यापी छापेमारी इस शिकायत के आधार पर अहमदाबाद क्राइम ब्रांच, एसओजी और ईओडब्ल्यू विभाग ने टैक्स चोरी का पता लगाने के लिए राज्यव्यापी छापेमारी की। शुरुआती जांच में ही 200 करोड़ रुपए से ज्यादा के घोटाले की जानकारी सामने आई है। जांच का दायरा बढ़ने पर इन घोटालों की संख्या भी बढ़ने की आशंका है। पिछले कुछ मामलों को जोड़ जाए तो फिलहाल गुजरात में ही जीएसटी फर्जी बिलिंग घोटाले का आंकड़ा 50 हजार करोड़ के पार पहुंच चुका है।
11 फर्जी फर्म और उनके मैनेजर्स के नाम
1. अरहम स्टील – निमेश वोरा, हेतलबहन वोरा
2. ओम कंस्ट्रक्शन कंपनी- राजेंद्र सिंह सरवैया, वनराज सिंह सरवैया, बृजराज सिंह सरवैया, हितवराज सिंह सरवैया
3. श्री कनकेश्वरी एंटरप्राइजेज- कलौभाई वाघ, प्रफुल्लभाई वाजा, मनन वाजा, जयेशभाई वाजा, विजय वाघ
4. राज इंफ्रा रत्नदीप सिंह डोडिया, जयेश कुमार सुतारिया, अरविनंद सुतारिया
5. हरेश कंस्ट्रक्शन कंपनी नीलेश नसीथ, ज्योतिष गोंडलिया, प्रभाबेन गोंडलिया
6. डी.ए. उद्यम- लंगा मनोजकुमार रामभाई, विनूभाई नाटुभाई पटेल
7. एथिराज कंस्ट्रक्शन प्रा. नीलेश नासित, ज्योतिषभाई गोंदलिया, प्रभाबहन गोंदलिया
8. बीजे- ओडेदरा भागीरथ, भोजाभाई ओडेदरा, केशुभाई ओडेदरा, भोजाभाई जेसाभाई ओडेदरा, अभाभाई जेसाभाई ओडेदरा
9. आर.एम. दासा इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड-नाथाभाई दासा, रमनभाई दासा
10 आर्यन एसोसिएट्स- अजय बराड, विजयकुमार बराड, रमेश कलाभाई बराड
11. पृथ्वी बिल्डर्स परेश प्रदीपभाई दोधिया 12 परेश प्रदीपभाई डोडिया परेश डोडिया।