PALI SIROHI ONLINEसिरोही-उदयपुर हवाई अड्डा प्राधिकरण की टीम ने आबुरोड-सिरोही-नून हवाई पट्टियों का किया अवलोकन
सिरोही। 1 दिसम्बर 2024। विकसित भारत 2047 के तहत देश में जनता को हर्वाइ सेवा का व्यापक लाभ मिले उसके लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के निर्देश पर भारतीय विमानन मंत्रालय ने कार्य शुरू किया हैं।इस योजना के तहत विमानन मंत्रालय ने सभी राज्यों को उन हवाई पट्टियों का परीक्षण करने को कहा हैं कि जिनका उपयोग हवाई सेवा के रूप में हो सकता हैं।
मंत्रालय ने राजस्थान के जयपुर, उदयपुर व जोधपुर हवाई अड्डा प्राधिकरण के अधिकारियों की टीम गठित कर उनको निर्देश दिए हैं कि वे उस क्षेत्र की हवाई पट्टियों का निरीक्षण कर उसकी तकनीकी एवं उपयोगिता के साथ-साथ वहा की आवश्यकताओं एवं ट्रेफिक के बारे में विस्तृत रिर्पोट भारत सरकार के विमानन मंत्रालय को प्रस्तुत करें ताकि सरकार उस रिर्पोट के आधार पर आगे बढ सकें।विमानन मंत्रालय की ओर से उदयपुर हवाई अड्डा प्राधिकरण की एक टीम गठित की जिसको आबुरोड, सिरोही, नून ( जालौर ) एवं बांसवाडा की तलवाडा की हवाई पट्टी का निरीक्षण कर उसकी आवश्यकता, उपयोगिता, ट्रेफिक भार एवं तकनीकी रिर्पोट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए। इन निर्देशो की पालना में इस टीम में प्राधिकरण के रविन्द्र कुमार उप महाप्रबन्धक ( आपरेशन ), डी के गुप्ता महाप्रबंधक ( सिविल ) एवं मत्युंजय पाण्डे वरिष्ठ प्रबंधक ( ट्रेफिक ) शामिल थे। इन तीनों ने आबुरोड, सिरोही, नून एवं बांसवाडा की हवाई पट्टी का भौतिक निरीक्षण कर उसकी तकनीकी जानकारी हासिल कर उसकी आवश्यकता एवं उपयोगिता के बारे में स्थानीय लोगों एवं संस्थाओं से बातचीत कर जानकारी ली। वर्तमान में इन चारों हवाई पट्टियो का उपयोग वीआईपी विजिट एवं मंत्रियों के आगमन पर होता हैं।इन पट्टियो पर बडे विमान नही उतरने के कारण वीआईपी उदयपुर हवाई पट्टी पर उतर कर छोटे विमानों या हेलीकोप्टर से इन हवाई पट्टियो पर उतरते हैं। यह टीम चारों हवाई पट्टियों की विस्तृत रिर्पोट इसी माह में केन्द्रीय हवाई अड्डा प्राधिकरण को सुर्पुद करेगी।सार्वजनिक निर्माण आबुरोड उपखण्ड के अधिशाषी अभियंता रमेश बराडा ने आबुरोड हवाई पट्टियो के विस्तार को लेकर प्रस्तुत रिर्पोट की जानकारी टीम को दी ओर बताया कि आबुरोड हवाई पट्टी के सुद्दढीकरण के लिए राज्य सरकार को 100 करोड की राशि के विस्तृत प्रस्ताव भेजे गयें हैं। इससे पुर्व कुछ कार्य स्वीकृत हुऐ थें वो कार्य करवाये जा चुके हैं।
प्राधिकरण टीम ने बताया कि आबुरोड की हवाई पट्टी नियमित हवाई सेवा एवं रिजनल हवाई सेवा संचालन के लिए बहुत उपयोगी हैं। माउण्ट आबू, अम्बाजी, सुन्धामाता, पावापुरी, जीरावल जैसे धार्मिक स्थलों पर लगातार आवागमन बढने से यहां पर हवाई टेफिक भी बडी तादाद में मिलेगा। आबुरोड एवं अम्बाजी औधोगिक क्षेत्र में बडे-बडे उधोग स्थापित होने से भी हवाई सेवा की मांग लगातार बढती जा रही हैं।
टीम ने इसके बाद जिला मुख्यालय सिरोही की हवाई पट्टी का मौका निरीक्षण कर वहां उसकी आवश्यकता एवं उपयोगिता का फीड बेक लिया। टीम ने पाया कि यह हवाई पट्टी बहुत लम्बी हैं ओर यहां बडे विभान भी उतर सकते हैं। सिरोही, जालौर एवं पाली जिले में प्रवासियां एवं व्यापारियो को हवाई सेवा के लिए उदयपुर, पाली एवं जालोर जिले के लिए यह पट्टी बहुत उपयोगी है ओर जो दक्षिण भारत में प्रवासी रहते हैं उनको अपने गावों में आने के लिए यह हवाई पट्टी सर्वाधिक उपयुक्त हैं इस कारण इस पट्टी पर नियमित हवाई सेवा की लगातार मांग की जा रही हैं। इन तीनों जिलों के लाखो प्रवासी दक्षिण भारत में व्यापार करते हैं। साथ ही इन तीनों जिलों में ऐसे प्राचीन धार्मिक आस्था स्थल एवं वन्यजीव अभायरण हैं जहां देश भर के लोगों का आवागमन रहता हैं। श्री सारणेश्वर महादेव, निम्बोडानाथ महादेव, सोनाला खेतलाजी, राणकपुर जैन मंदिर, जवाई बांध एवं जवाई लेपर्ड, मांडोली गुरू मंदिर, जालोर किला, बहतर जिनालय, क्षेमकरीमाताजी मंदिर भीनमाल, सुन्धामाताजी, जीरावला पाश्र्वनाथ, पावापुरी तीर्थ-गौशाला एंव नंदगांव गौमाताधाम ऐेसे क्षेत्र हैं जहां हर वर्ष लाखों लोगो का आवागमन रहता है।
इसके अलावा जालोर जिले की नून हवाई पट्टी का भी अवलाकेन इस टीम ने किया ओर उसकी तकनीकी एवं उसके विकास के लिए आधारभूत सुविधा की जानकारी हासिल की। टीम ने क्षेत्रीय सांसद लुम्बाराम चौधरी से बात कर उनसे भी इसके बारे में फीडबेक लिया।*हवाई पट्टियों पर संचालित हो सकती हैं रिजनल हेलीकोप्टर सेवाएं*सिरोही विकास मंच के सचिव महावीर जैन ने बताया कि इन हवाई पट्टियों पर राज्य सरकार रिजनल हेलीकोप्टर सेवा चालु कर घरेलु हवाई सेवा को बढावा दे सकती हैं। अभी हाल ही में मध्यप्रदेश सरकार ने भी 19 सीटर हेलीकोप्टर सेवा रीवा-भोपाल के बीच शुरू की हैं। इस सेवा की मारवाड-गोडवाड में अधिक उपयोगिता एवं आवश्यकता प्रतित होती हैं। यह हेलीकोप्टर सेवा सिरोही-उदयपुर, सिरोही-माउण्टआबू-अम्बाजी,
माउण्टआबू-जीरावला-सुंधामाता,
आबुरोड-जीरावला-पावापुरी,
सिरोही-राणकपुर,सिरोही-मांडोली-जालोर,सिरोही-पाली-राणकपुर-जवाईबांध,
पाली-सिरोही-अहमदाबाद,
पाली-राणकपुर-उदयपुर, आबुरोड-सिरोही-जोधपुर-बीकानेर, आबुरोड-सिरोही-ओसिया-रामदेवरा सहित अनेक मार्ग पर 19 सीटर हेलीकोप्टर सेवा शुरू हो सकती हैं। इस हेलीकोप्टर सेवा के शुरू होने से क्षेत्र में लोगो को अतिरिक्त रोजगार भी उपलब्ध होगा।
*हवाई सेवा का तोहफा दिलाने में कोई कमी नही रखेगें: लुम्बाराम चौधरी*जालोर-सिरोही के सांसद लुम्बाराम चौधरी का कहना हैं कि सिरोही-जालोर जिले में हवाई सेवा की व्यापक सम्भावनाएं है ओर आबुरोड ओर सिरोही हवाई पट्टी का उपयोग जल्द से जल्द से हो उसके लिए वे लगातार प्रयासरत हैं। डबल इंजन सरकार में यह क्षेत्र हवाई सेवा में मजबुत बने उसमें वे कोई कमी नही रखेगें ओर हर स्तर पर इस विषय को उठायेगें। इस संबंध में उन्होनें हाल ही में केन्द्रीय विमानन मंत्री किंजुराम राममोहन नायडु से दिल्ली में भेंटकर उन्हे इन हवाई पट्टियों की विस्तृत जानकारी दी ओर कहा कि क्षेत्र की जनता को उम्मीद है कि डबल इंजन की सरकार में ’’ हवाई सेवा ’’ का तौहफा मोदी सरकार जरूर देगी।