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आसपुर-पुलिस से बचने के प्रयास में साइबर ठगी का आरोपी छत से कूद गया, जिससे उसकी मौत हो गई। पुलिस ने मामले में अन्य दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस के अनुसार बदमाश ऐप के जरिए लड़कियां उपलब्ध कराने का झांसा देकर धोखाधड़ी करते थे। आसपुर थाना SHO तेज सिंह ने बताया कि चार आरोपियों के खिलाफ साइबर ठगी की ऑनलाइन शिकायत दर्ज हुई थी।
10 जनवरी की रात को साइबर सेल और आसपुर पुलिस टीम ने शुभ शांति विहार अपार्टमेंट उमरड़ा (उदयपुर) पहुंचकर तलाशी अभियान चलाया।
इस दौरान एक आरोपी पुलिस को देखकर भागने लगा। पहले वो चौथी मंजिल पर पहुंचा और वहां से नीचे गिर गया। इस घटना पर स्थानीय विधायक ने पुलिस पर आरोप लगाए हैं।
दो आरोपियों को मौके से पकड़ा
पुलिस को मोबाइल ऐप के जरिए लोगों को फंसाने वाले आरोपियों की तलाश की जा रही है। फ्लैट्स में सर्च के दौरान बड़ौदा (आसपुर) निवासी हरीश पुत्र गौतम और पारड़ा जानी (आसपुर) निवासी अनिल पुत्र अमरजी को गिरफ्तार कर लिया गया।
इसी दौरान पिंडावल (साबला) निवासी रमेश पाटीदार पुलिस को देखकर भागने लगा। आरोपी तीसरी मंजिल से भागकर चौथी मंजिल की छत पर पहुंच गया। पुलिस से बचने के प्रयास में छत से बालकनी में गिर गया।
आरोपी को गंभीर हालत में पेसिफिक हॉस्पिटल उमरड़ा (उदयपुर) में भर्ती कराया गया। जहां से महाराणा भोपाल हॉस्पिटल, उदयपुर में रेफर किया गया।
जहां इलाज के दौरान शुक्रवार रात को ही मौत हो गई। रमेश के पिता की बचपन में ही मौत हो गई थी। मां लकवे से ग्रस्त है। परिवार में एक 13 साल का बेटा और 10 साल की बेटी करिश्मा है।
विधायक ने लगाया पुलिस पर आरोप
वल्लभ नगर के विधायक उदयलाल डांगी ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि चार दिन पहले पुलिस ने 9 लाख रुपए वसूले थे। दोषियों पर कार्रवाई होनी चाहिए, लेकिन निर्दोष लोगों को क्यों परेशान किया जा रहा है।
आए दिन पुलिस ऐसे लोगों को पकड़कर डराती-धमकाती है और फिर छोड़ देती है। कार्रवाई क्यों नहीं होती? साइबर क्राइम में भी पुलिस की भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं।
डांगी ने मृतक के परिवार के लिए सरकारी नौकरी की मांग की है और कहा है कि वहां तैनात तीन-चार पुलिसकर्मियों ने आतंक मचा रखा है। ऐसे पुलिसकर्मियों को तत्काल हटाया जाना चाहिए।