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बाडमेर-बाड़मेर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए ज्वैलरी चुराने वाली महिला और उसके दो साथियों को अरेस्ट किया है। तीनों ने मिलकर एक ज्वेलर के घर से करीब पच्चीस लाख रुपए से भी ज्यादा की ज्वेलरी चुराई थी। इसके लिए ज्वेलर को नींद की गोलियां देकर बेहोश किया गया था और बाद में तिजोरी साफ की गई थी। बाड़मेर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए कुछ ही समय में पूरी गैंग को गुजरात के अहमदाबाद से अरेस्ट कर लिया।
ज्वेलर अस्पताल में भर्ती, ममेरा भाई ही निकला मास्टरमाइंड
बाड़मेर एसपी नरेन्द्र सिंह मीणा ने बताया कि ज्वेलर सवाई सोनी के साथ यह वारदात हुई। सवाई सोनी के ममेरे भाई लकी ने यह पूरी साजिश रची। लकी के भाई की शादी कुछ दिन पहले बाड़मेर में थी। इस दौरान वहां पर लकी की पहचान वाली महिला गौरी उर्फ विजयलक्ष्मी भी पहुंची थी। लकी के कहने पर गौरी को सवाई सोनी ने एक नजदीक के होटल में ठहराया था और इस दौरान दोनों में दोस्ती हो गई थी। इसकी जानकारी लकी को थी।
मिलने आई और फिर कर दिया कांड,
उस समय अकेला था ज्वेलर शादी के बाद भी दोनों में बातचीत होती रही। तीन दिन पहले ज्वेलर के घर पर कोई नहीं था। उसकी पत्नी किसी काम से बाहर गई थी। ज्वेलर सवाई सोनी के पास गौरी का फोन आया और उसने कहा कि वह मिलना चाहती है और बाड़मेर में ही एक प्रसिद्ध मंदिर है, उसमें दर्शन करना चाहती है। सवाई सोनी ने हां भर दी और मिलने के लिए बुला लिया। वह गौरी को अपने घर ले गया और वहां जाकर गौरी ने मौका पाकर खाने की वस्तु में नशे की गोलियां मिला दी।पूरी प्लानिंग कर आए थे,
इस तरह दिया वारदात को अंजाम, लेकिन पकड़े गए
पुलिस ने बताया कि शादी में ही ज्वेलर सवाई सोनी के यहां वारदात करने की प्लानिंग हो गई थी। गौरी अपने पति को छोड़कर अहमदाबाद में ही लीव इन में रहती थी। वहीं लकी सोनी और एक अन्य साथी धीरेन्द्र से मुलाकात हुई। उसके बाद तीनों ने मिलकर चोरी का प्लान किया। ज्वेलर के घर जिस दिन चोरी करनी थी। उस दिन तीनों अहमदाबाद से कार से बाड़मेर आए और उसके बाद वारदात कर कार से ही फरार हो गए। गौरी ने करीब तीन सौ ग्राम सोने और करीब चार सौ ग्राम चांदी के जेवर चुराए थे। पुलिस माल बरामद करने का प्रयास कर रही है।
