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पाली-सोजत रोड पुलिस थाने में एक व्यक्ति ने संयुक्त खातेदारी कृषि भूमि को हड़पने के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया है। रिपोर्ट में आरोप है कि मप्र के बड़वानी में जिस व्यक्ति की 1991 में मौत हो गई। उसके फर्जी वारिस बनकर आए आरोपियों ने 2016 में उसकी कृषि भूमि की रजिस्ट्री कराते हुए जमीन का बेचान कर दिया। पुलिस अब जांच कर रही है।
पुलिस ने बताया कि सोजत रोड निवासी खेताराम ने लिखित रिपोर्ट दी कि पारिवारिक दादा खीमाराम पुत्र रूपाराम के नाम से सोजत रोड कस्बे के बेरा कड़ाई में राजस्व रिकॉर्ड में समेत संयुक्त खातेदार की जमीन है। पारिवारिक दादा खीमाराम अविवाहित थे, जो बाल्यावस्था में बिना बताए घर से निकल गए, जिनका अब तक पता नहीं लगा। आरोप है कि 2016 में भू- माफिया ने गंगाराम पुत्र खीमाराम सीरवी निवासी बड़वानी मध्यप्रदेश, लता पुत्री दामोदर पत्नी मुकेश निवासी चुना भट्टी रोड़ बड़वानी, प्रमिला पुत्री दामोदर, जानूबाई पुत्री खीमाराम पत्नी खेमाजी को खीमाराम के वंशज बताते हुए जाली दस्तावेज बना जमीन की रजिस्ट्री कराकर बेच दी। आरोप है कि जिस गंगाराम ने अपने आप को एमपी के बड़वानी निवासी खीमराम का पुत्र बताते हुए फर्जी दस्तावेज बनाए। असल में उन दस्तावेज में खीमाराम पुत्र रूपाराम को पिता बताया, जबकि सोजत रोड से गायब उनके पारिवारिक दादा खीमाराम का आज तक पता नहीं लगा।
एमपी के बड़वानी निवासी खीमाराम की मौत 1 जनवरी 1991 को होना बताते हुए अपने आप को सियाट का मूल निवासी बताया। खीमाराम की मौत सियाट गांव में कभी नहीं हुई। साथ ही दादा का नाम खीमाराम पुत्र रूपाराम है, जबकि आरोपी गंगाराम के पिता का नाम खीमाराम नहीं बल्कि खेमा पुत्र जैता है। यह सारे लोग एमपी के निवासी हैं और स्थानीय भू माफिया के साथ मिलकर फर्जी वारिस बन जमीन हड़पने का काम किया गया है।