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श्रीगंगानगर-राजस्थान के अनूपगढ़ जिले पर भजनलाल सरकार ने गाज गिरा दी है। अनूपगढ़ के लोग शुक्रवार सुबह तक अनूपगढ़ जिले के निवासी थे, लेकिन शाम होते-होते उनके पते में परिवर्तन हो गया। ऐसा इसलिए हुआ कि मुख्यमंत्री भजन लाल की सरकार ने 17 मार्च 2023 को गहलोत सरकार की ओर से बनाए गए 17 नए जिलों और 3 संभागों में से 9 जिलों और एक संभाग को निरस्त करने का निर्णय लिया है।
अनूपगढ़ जिला निरस्त करने के बाद ही सरकार के प्रति रोष की प्रतिक्रिया सामने आने लग गई है। जहां कांग्रेस के पदाधिकारी से बहुत निराशाजनक और राजनीतिक द्वेषता से भरा हुआ फैसला बता रहे हैं तो वहीं भाजपा के पदाधिकारी भी इस फैसले से खुश नहीं हैं।
फैसले के बाद रोने लगे जम्मू
इस फैसले के बाद अनूपगढ़ जिला बनाओ संघर्ष समिति के महासचिव रहे जरनैल सिंह जम्मू लगातार कई देर तक रोते रहे। उन्होंने कनॉट प्लेस पर तो रोते हुए रेल से कटकर आत्महत्या करने की बात तक कह डाली। जम्मू ने कहा कि जिले को पाने के लिए विकलांगों ने रिक्शा चलाकर पैदल चलकर जयपुर तक की यात्रा की थी, इस फैसले से अब वे खुद को और क्षेत्र की जनता को धोखे में आया हुआ महसूस कर रहें हैं।
उल्लेखनीय है कि अनूपगढ़ जिला संघर्ष समिति की तरफ से 7 फरवरी 2012 को अनूपगढ़ को जिला बनाने के लिए धरना शुरू किया गया था जो अनूपगढ़ के जिले की घोषणा होने तक जारी रहा था।
बाजार बंद का किया आह्वान
इस मौके पर मौजूद कपड़ा यूनियन के सदस्य जयदेव लखेसर ने कहा कि सोमवार को बाजार बंद कर संघर्ष की शुरुआत करनी चाहिए। वहीं किराना यूनियन के सचिव अमित गोल्याण ने कहा कि सभी यूनियन की तरफ से जो निर्णय लिया जाएगा, किराना यूनियन उस निर्णय के साथ रहेगी। वहीं, टैक्स बार एसोसिएशन के सचिव रमेश शेवकानी ने भी जिले के निरस्त होने के समाचार पर रोष व्यक्त किया है। आज जिले के सम्बन्ध में आगामी निर्णय लेने के लिए व्यापार मंडल में विभिन्न व्यापारिक संगठनों की बैठक होगी।