PALI SIROHI ONLINE
अमृत सिंह रावणा राजपूत
जालोर-पति से पीड़ित एक महिला शुक्रवार की शाम जालोर कलेक्ट्रेट के बाहर धरने पर बैठी। पीड़िता ने आरोप लगाया कि पति शारीरिक और मानसिक रूप से परेशान करता है। समझाइश के लिए जालोर के एक होटल में उसे लेकर गया, फिर उसे अकेला छोड़कर चला गया। अब उसे पति के घरवाले घर में नहीं घुसने दे रहे है। जबकि पुलिस ने भी मामले में अभी तक कार्रवाई नहीं की है। ऐसे में न्याय की मांग को लेकर भूख हड़ताल पर बैठी है।
दरअसल, जिला कलेक्ट्रेट के सामने सिरोही जिले के हालीवाड़ा निवासी विवाहित महिला प्रीति (परिवर्तित नाम) भूख हड़ताल पर बैठी है। उसने बताया कि उसने पहले अपने पति के खिलाफ बिशनगढ थाने में रिपोर्ट दी थी। लेकिन मामला दर्ज नही हुआ तो पीड़िता गुरुवार को जालोर एसपी ज्ञानचंद्र यादव के समक्ष न्याय की गुहार लगाने पहुंची।
रिपोर्ट में बताया- मेरी पहले गुजरात में शादी हुई थी, लेकिन मेरे पति ने किसी और से शादी कर ली। हमारी एक पुत्री थी। आपसी सहमति से तलाक ले लिया। इसके बाद मेरे घर हालीवडा में रहने लगी। इसके बाद जालोर के तिखी गांव निवासी दानाराम पुत्र भुराराम मेघवाल के साथ नाता विवाह का रिवाज होने से मैंने जाति रिवाज अनुसार उसके साथ आज से एक वर्ष पहले की शादी की थी और तिखी गांव आ गई। दानाराम के साथ पत्नी की तरह रहने लगी।
लेकिन कुछ समय तक उसने मुझे अच्छे तरीके से रखा बाद में मुझे पता चला उसके दो बडे-बडे बच्चे है, जो बी. एड कर रहे है। जब वो घर आये, तब मुझे मेरी बच्ची के साथ अपने पापा के साथ देखा तो नाराज हो गए। इसके बाद मैं दुखी होकर अपने पीहर हालीवडा आ गयी।
इसके बाद कुछ दिन पहले मेरा पति मुझे हालीवडा लेने आया और मुझे वहां से तिखी चलने को कहा, लेकिन वह तिखी न जाकर मुझे भीनमाल लेकर चला गया। इसका मैंने विरोध किया। तब उसने मुझे बीच रास्ते में भीनमाल से कुछी दूरी जंगल में गाड़ी रोककर मेरे साथ मारपीट की। मेरे चिल्लाने पर आसपास के लोग इकट्ठा हो गए। मौके पर पहुंची पुलिस ने समझाइश की। इसके बाद वह मुझे जालोर में एक होटल में लेकर आया और वहां रातभर मेरे साथ रहा। फिर सुबह जल्दी उठकर मुझे थोड़ी देर में आने की कहकर चला गया। मैंने शाम तक उनका इंतजार किया, लेकिन नहीं आए और मेरा नंबर भी उन्होंने ब्लैक लिस्ट में डाल दिया।
इसके बाद मैं तिखी अपने ससुराल गई। तो मकान पर ताला लगा हुआ था। मेरी ननद दिव्या मेरे दो देवर अशोक, देवेन्द्र ने मुझे धमकी दी की तू यहां से चली जा, नहीं तो जान से मार देगे। इसके बाद महिला ने बिशनगढ थाने में अपनी रिपोर्ट दी। लेकिन पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया। महिला ने गुरुवार को एसपी से न्याय की गुहार लगाई। लेकिन कार्रवाई नहीं होने पर वह जिला कलेक्ट्रेट के सामने शुक्रवार की शाम से भूख हड़ताल पर बैठी है।