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सिरोही-बांग्लादेश में हिंदुओं पर इस्लामिक कट्टरपंथियों द्वारा हो रहे हमले, बढ़ती हिंसा सहित इस्कॉन के संन्यासी चिन्मय कृष्णदास की गिरफ्तारी के विरोध में शहर के प्रबुद्धजनों ने मंगलवार शाम को जिला कलेक्टर के माध्यम से राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन दिया।
राष्ट्रपति के नाम कलेक्टर को सौंप गए ज्ञापन में बताया कि बांग्लादेश में इस्लामिक कट्टरपंथियों द्वारा निरंतर हिंदू समाज के लोगों, संतों, मंदिरों पर हमले किए जा रहे है। हमलों से संपूर्ण विश्व का हिन्दू आहत है। बांग्लादेश सरकार अल्पसंख्यक समुदाय पर हो रहे अत्याचार पर चुप है। वहां के कट्टरपंथियों के आगे सरकार ने मौन धारण कर रखा है। मंदिरों पर हमले बांग्लादेश में कई हिंदू मंदिरों पर हमले हुए हैं, जिनमें तोड़फोड़, मूर्तियों का अपमान और आगजनी शामिल है। 60 प्रतिशत हिंसा मंदिर पर हुई. तथा 69 प्रतिशत हिंसा मंदिरों में पूजा करते समय हुई।
श्रीमठ कनाना के संत ध्यानानंदगिरी ने कहा कि हिंदू समुदाय के घरों में तोड़फोड़ की गई है और उनकी संपत्ति लूटी गई है वहां पर सरकारी संरक्षण का अभाव है और बांग्लादेश सरकार इन घटनाओं को रोकने में नाकाम रही है।
ज्ञापन में प्रमुख घटनाओं का उल्लेख करते हुए बताया कि बांग्लादेश में कई हिंदू मंदिरों पर हमले हुए हैं जिसमें तो खूब मूर्तियों का अपमान और आगजनी शामिल है 59 प्रतिशत हिंसा मंदिर पर हुई और 69 मंदिरों पर पूजा के समय आक्रमण हुआ, हिंदू समुदाय के घरों में जमकर तोड़फोड़ की और उनकी संपत्ति लूट ली, हिंदू समुदाय के लोगों पर हमले हुए और कई लोगों की हत्या की गई, 1500 हिंदू शिक्षकों को इस्तीफा देना पड़ा, हिंदू समुदाय के लोगों पर धर्मपरिवर्तन के लिए दबाव डाला जा रहा है, बांग्लादेश सरकार इन घटनाओं को रोकने में नाकाम रहिए और पीड़ितों को न्याय नहीं मिल पा रहा है, चटगांव इस्कॉन पुंडरीक धाम के अध्यक्ष चेन्नई कृष्णन दास (चिन्मय प्रभु) को गिरफ्तार किया गया है।
इस अवसर पर श्रीमठ कनाना के संत ध्यानानंदगिरी, डॉक्टर जगदीश आर्य, रघुभाई माली, ब्रह्माकुमारी मीना बहन, माधवी बहन, चित्रलेखा जोशी, पवन आर्य, गीता मिस्त्री, शंकरलाल माली, मोहनलाल माली, भगवती प्रसाद ओझा, घनश्याम माली, राजेंद्र सिंह, एडवोकेट शांतिलाल, एडवोकेट परीक्षित, प्रमिला, संजय वर्मा, चम्पत मिस्त्री, शरद टांक, खेमराज, विवेक जोशी, जगदीश सेन, सहित कई लोग उपस्थित थे